जल-मल की योजनाओं को नगर निगम को देने के विरोध में उतरे कर्मचारी
पीडब्ल्यूडी बचाओ संघर्ष समिति के आह्वान पर जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी भवन एवं मार्ग शाखा तथा सिचाई विभाग हरियाणा के फील्ड कर्मचारियों ने अपनी मांगों तथा जल-मल कि योजना को नगर निगम के हवाले किए जाने के विरोध में प्रदर्शन किया।
जागरण संवाददाता, करनाल : पीडब्ल्यूडी बचाओ संघर्ष समिति के आह्वान पर जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी, भवन एवं मार्ग शाखा तथा सिचाई विभाग हरियाणा के फील्ड कर्मचारियों ने अपनी मांगों तथा जल-मल कि योजना को नगर निगम के हवाले किए जाने के विरोध में प्रदर्शन किया। सात मांगों का ज्ञापन तहसीलदार को मुख्यमंत्री के नाम सौंपा गया। प्रदर्शन की अध्यक्षता जिला चेयरमैन साहब सिंह धीमान व जिला चेयरमैन स्वरूप सिंह विर्क ने की। संचालन जिला सचिव धर्मबीर जांगड़ा ने किया। मुख्य मांगों में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की पेयजल सीवरेज के कार्यों को नगर निगमों एवं पंचायतों को हस्तांतरित करने पर रोक लगाई जाए। जो योजनाएं नगर निगम में भेजी गई हैं, उन्हें वापस विभागों में मंगवाया जाए। सभी प्रकार के कार्यरत कच्चे कर्मचारियों को पक्का किया जाए। सभी प्रकार के सेवा नियमों व वेतनमानों की त्रुटी दूर की जाए। जिन पदों की भर्ती की योग्यता मैट्रिक आईटीआई हैं। उन सभी पदों पर काम करने वाले कर्मचारियों को 5200-20200 तथा 2400 रुपये दिया जाए। 18 अक्तूबर से जल व मल की सेवाएं नगर निगम के हवाले होने के बाद से आज तक न तो कोई नया पानी का कनेक्शन जारी हुआ, ओर न ही करोड़ों रुपये का राजस्व बिल के रूप में आ पाया है। शहर में पीने के पानी व सीवरेज व्यवस्था पहले के अनुरूप नहीं चल पा रही जनता को बिना क्लोरीन के पानी पिलाया जा रहा है, जिससे बीमारी फैलने का अंदेशा बना रहता है। पब्लिक हैल्थ की जल व मल का कार्य वापस विभाग के पास रखा जाए। यदि इस पर तीन अगस्त तक रोक नहीं लगाई गई तो संयुक्त संघर्ष समिति आगामी चार अगस्त को प्रदेश भर के तीनों विभागों के फील्ड कर्मचारी जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के मंत्री बनवारी लाल के निजी आवास स्थित बवाल मे राज्य स्तरीय प्रदर्शन कर उनके आवास का घेराव किया जाएगा। इस मौके पर जिला प्रधान सतपाल सरोहा, एसकेएस के ब्लाक सचिव रोहताश, ओमप्रकाश विवयान, जयपाल, रंग लाल संधु, पवन शर्मा, नरेश सैन, रजिस्टर सिंह राणा, जसमेर, तुलसी राम पाल, सोमदत राज कुमार, एसकेएस के जिला प्रधान ओमप्रकाश सिंहमार, सुशील गुर्जर व अंकित राणा ने कर्मचारियों को संबोधित किया।