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पुरानी पेंशन बहाली को लेकर सांकेतिक भूख हड़ताल पर बैठे कर्मचारी

पुरानी पेंशन नीति बहाल कराने के लिए पेंशन बहाली संघर्ष समिति ने आंदोलन छेड़ा हुआ है। शनिवार को जिला सचिवालय के सामने सांकेतिक भूख हड़ताल पर बैठ कर कर्मचारियों ने सरकार पर मांग स्वीकार करने का दबाव बनाया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 14 Jul 2019 08:17 AM (IST)Updated: Sun, 14 Jul 2019 08:17 AM (IST)
पुरानी पेंशन बहाली को लेकर सांकेतिक भूख हड़ताल पर बैठे कर्मचारी
पुरानी पेंशन बहाली को लेकर सांकेतिक भूख हड़ताल पर बैठे कर्मचारी

जागरण संवाददाता, करनाल : पुरानी पेंशन नीति बहाल कराने के लिए पेंशन बहाली संघर्ष समिति ने आंदोलन छेड़ा हुआ है। शनिवार को जिला सचिवालय के सामने सांकेतिक भूख हड़ताल पर बैठ कर कर्मचारियों ने सरकार पर मांग स्वीकार करने का दबाव बनाया। सुबह से शाम तक कर्मचारी धरने पर डटे रहे। कर्मचारी नेताओं ने अपने भाषणों में सरकार को जमकर कोसा।

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इस मौके पर जिला प्रधान संदीप कुमार ने कहा कि वर्ष 2004 में सरकार की ओर से कमजोर आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए सरकारी कर्मचारियों की पेंशन नीति 1972 को खत्म कर दिया गया। पेंशन बहाली संघर्ष समिति ने सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द पुरानी पेंशन नीति बहाल की जाए। धरना स्थल पर मांगों का ज्ञापन एक अधिकारी को सौंपा गया।

इस अवसर पर संदीप शर्मा, डा. कांता वर्मा, वरूण शर्मा, जितेंद्र, प्रदीप सिंहमार, जितेंद्र राणा, मामराज, सुनील कटारिया, पुष्पाल कांबोज, राम निवास, कंवरजीत, कुलबीर, सुमोंद्र, राम निवास, जसबीर, नरेश, दर्शन, सुशील, सुनील व सेवाराम मौजूद रहे।


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