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यूरिया का अंधाधुंध इस्तेमाल को रोकने पर जोर

जागरण संवाददाता करनाल क्षेत्रीय अनुसंधान केन्द्र चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय उचानी में इफको किसान मित्र क्लब प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 08 Mar 2020 08:50 AM (IST)Updated: Sun, 08 Mar 2020 08:50 AM (IST)
यूरिया का अंधाधुंध इस्तेमाल को रोकने पर जोर
यूरिया का अंधाधुंध इस्तेमाल को रोकने पर जोर

जागरण संवाददाता, करनाल:

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क्षेत्रीय अनुसंधान केन्द्र चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय उचानी में इफ्को किसान मित्र क्लब प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता केंद्र के निदेशक डा. धर्मबीर यादव ने की। कृषि और कल्याण विभाग के गुणवत्ता नियंत्रक डॉ. मनीष वत्स मुख्य वक्ता रहे। कार्यक्रम में इफको राज्य विपणन प्रबंधक डॉ. पुष्पेंद्र वर्मा ने भी शिरकत की।

कृषि वैज्ञानिक डॉ. वर्मा ने संतुलित मात्रा में उर्वरक प्रयोग पर जोर देते हुए यूरिया के अंधाधुंध प्रयोग को रोकने पर जोर दिया। उन्होंने जमीन की कम हो रही उर्वरता की दशा में जैव उर्वरकों के प्रयोग पर बल दिया। डॉ. धर्मबीर यादव की ओर से खरपतवार प्रबंधन पर चर्चा की गई। डा. विजय कुमार ने नई नैनो उरर्वकों के बारे में बताया और कहा कि आने वाले समय में इसके प्रयोग से रसायनिक उर्वरक की खपत 50 प्रतिशत कम होगी और 15-30 प्रतिशत फसलों का उत्पादन बढ़ेगा, इससे किसानों की आय दोगुनी होने की संभावना है। विनय मणी ने इफको द्वारा दिए जा रहे कृषि रसायनों की चर्चा करते हुए गेहूं की फसल का पीला रतुआ से बचाने के लिए पिकापिका और अल से गेहूं की फसल का बचाव करने के लिए तापों के प्रयोग की सिफारिश की। डॉ. निरंजन सिंह मृदा स्वास्थ्य के लिए जागरूक करते हुए हरी खाद में मूंग और ढैंचे की बिजाई धान लगाने से पहले करने की सलाह दी।


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