शिक्षा प्रेरकों ने किया सरकार के खिलाफ प्रदर्शन
जागरण संवाददाता, करनाल शिक्षा प्रेरकों ने नौकरी पर बहाली की मांग को लेकर विरोध प्रदर्श
जागरण संवाददाता, करनाल
शिक्षा प्रेरकों ने नौकरी पर बहाली की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। पांच साल काम करवाने के बाद सरकार ने पांच जून 2017 को इन प्रेरकों को सेवामुक्त कर दिया था। प्रेरकों का कहना है कि उन्होंने कई सालों तक कठिन परिश्रम करके हरियाणा में निरक्षर लोगों को साक्षर करने का काम किया, लेकिन सरकार ने एक झटके में उन्हें सड़क पर ला खड़ा किया। प्रेरक फव्वारा पार्क से प्रदर्शन करते हुए ओएसडी कार्यालय की ओर कूच कर गए। पुलिस ने बैरीकेड लगाकर उन्हें रोक लिया। बाद में प्रेरकों ने मांगों का ज्ञापन नायब तहसीलदार को सौंपा। इस मौके पर प्रधान सुनील कुमार ने कहा कि शिक्षा सदन के अधिकारियों ने मनमानी करते हुए 5100 शिक्षा प्रेरकों को सेवा से मुक्त कर दिया। प्रेरकों को हटाने के पीछे बजट की कमी का हवाला दिया गया। इस स्कीम को अब प्रेरकों की बजाय किसी एनजीओ के माध्यम से चलाए जाने का प्रयास किया जा रहा है, जोकि सरासर गलत है और प्रेरकों के साथ अन्याय है। सरकार 5100 शिक्षा प्रेरकों को बहाल करके उन्हें रोजगार प्रदान करे। इस अवसर पर रामपाल, जो¨गद्र कुमार, सोना देवी, सुनीता देवी, प्रेमपाल, संजीव, गुरदेव ¨सह, अमर ¨सह, सुनीता देवी, दलबीर ¨सह, राज रानी, हर¨वद्र कौर, कविता देवी व सुखचैन ने भी प्रेरकों को संबोधित किया।