डॉ. राजीव गुप्ता की हत्या के कारणों का पता नहीं लगा पाई पुलिस
अमृतधारा अस्पताल के संचालक डा. राजीव गुप्ता की हत्या के मामले में अभी कोई और वजह सामने नहीं आई है। तीनों हत्यारोपितों को पुलिस सात दिन के रिमांड पर लिया हुआ है। पूछताछ के दौरान हत्या के इस मामले में किसी ओर के शामिल होने की बात सामने नहीं आई है। पुलिस रिमांड के दौरान आरोपितों से हत्या में प्रयुक्त बाइक व कपड़े बरामद करेगी। यह पता किया जाएगा कि हत्या में इस्तेमाल हथियार कहां से लेकर आए थे?
जागरण संवाददाता, करनाल : अमृतधारा अस्पताल के संचालक डा. राजीव गुप्ता की हत्या के मामले में अभी कोई और वजह सामने नहीं आई है। तीनों हत्यारोपितों को पुलिस सात दिन के रिमांड पर लिया हुआ है। पूछताछ के दौरान हत्या के इस मामले में किसी ओर के शामिल होने की बात सामने नहीं आई है। पुलिस रिमांड के दौरान आरोपितों से हत्या में प्रयुक्त बाइक व कपड़े बरामद करेगी। यह पता किया जाएगा कि हत्या में इस्तेमाल हथियार कहां से लेकर आए थे? हालांकि अभी रिमांड के दो दिन ही हुए हैं। शेष पांच दिन में पुलिस इस मामले में कोई और सुराग भी हासिल कर सकती है।
सीआइए वन के जांच अधिकारी रणबीर सिंह ने कहा कि अभी हत्या के पीछे कोई और वजह सामने नहीं आई है। मामले की जांच की जा रही है। पूरे शहर की निगाह
छह जुलाई को सेक्टर 16 में डॉ. राजीव गुप्ता की पाढ़ा गांव निवासी पवन दहिया ने अपने दो साथियों मंगलपुर निवासी रमन व शिव के साथ मिलकर हत्या कर दी थी। पवन ने डॉ. गुप्ता पर छह गोलियां चलाई थीं। पुलिस ने तत्वरित कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपितों को छह जुलाई की रात को ही गिरफ्तार कर लिया था। तब से इस मामले पर पूरे शहर की निगाह बनी हुई है। डॉ. गुप्ता शहर के प्रतिष्ठित चिकित्सक थे। वह समाज से जुड़े हुए थे।
आपसी सहमति से संपत्ति हस्तांतरण का केस
सोमवार को सोशल मीडिया पर डॉ. राजीव गुप्ता की पत्नी डॉ. ज्योति गुप्ता द्वारा कोर्ट में सिविल शूट दायर करने का मामला वायरल होता रहा, लेकिन इस मामले की तह में जाने पर पता चला कि यह केस आपसी सहमति से संपत्ति के हस्तांतरण का है। रस्म क्रिया आज
डॉ. राजीव गुप्ता की रस्म क्रिया 10 जुलाई को मॉडल टाउन स्थित सतियां वाली मंदिर में दोपहर दो से तीन बजे होगी। उनकी हत्या पर शहर की सामाजिक, धार्मिक, शैक्षणिक संस्थाओं और राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने शोक जाहिर किया है।