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गंदगी से अटी है छोटी मंगलपुर कॉलोनी, कुत्तों के आतंक से भी परेशान हैं बा¨शदे

जागरण संवाददाता, करनाल छोटी मंगलपुर कॉलोनी के हालात गांव से भी बदतर हैं। क्षेत्र में कई जगह गंदगी के ढेर, इसके पिछड़े होने के हालात बयान कर रहे हैं। वहीं, कुछ गलियों की हालत भी खस्ता है। लावारिस कुत्तों के आतंक से भी लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 18 Nov 2018 01:49 AM (IST)Updated: Sun, 18 Nov 2018 01:49 AM (IST)
गंदगी से अटी है छोटी मंगलपुर कॉलोनी, कुत्तों के आतंक से भी परेशान हैं बा¨शदे
गंदगी से अटी है छोटी मंगलपुर कॉलोनी, कुत्तों के आतंक से भी परेशान हैं बा¨शदे

जागरण संवाददाता, करनाल

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छोटी मंगलपुर कॉलोनी के हालात गांव से भी बदतर हैं। क्षेत्र में कई जगह गंदगी के ढेर, इसके पिछड़े होने के हालात बयान कर रहे हैं। वहीं, कुछ गलियों की हालत भी खस्ता है। लावारिस कुत्तों के आतंक से भी लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आइटीआइ चौक के पास स्थित छोटी मंगलपुर कॉलोनी का अस्तित्व 40 साल पुराना है, लेकिन अब भी लोग क्षेत्र के विकास को तरस रहे हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि अव्यवस्थाओं के कारण उन्हें खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हर तरफ तार का मक्कड़ जाल बना है। जहां बंदर लटकते हैं। कई बार इन अव्यवस्थाओं के कारण हादसे भी हो रहे हैं। लोगों ने कहा कि सुविधाएं उपलब्ध कराने के नाम पर निगम टैक्स तो वसूल लेता है, लेकिन मिलने वाली सुविधाएं पर्याप्त नहीं है। संबंधित विभाग के अधिकारियों को समस्याओं की शिकायत भी कर चुके हैं, लेकिन समाधान नहीं हुआ। उन्होंने प्रशासन से समस्याओं के समाधान की मांग की। विशेषता

यह कॉलोनी बसंत विहार को कुंजपुरा रोड से जोड़ती है। साथ ही साथ नेशनल हाईवे के नजदीक होने से बस सुविधा भी आसानी से उपलब्ध हो जाती है। कालोनी में मंदिर और धर्मशाला के अलावा पांचवी कक्षा तक एक राजकीय स्कूल भी है। यहां अधिकतर लोग मध्यम वर्गीय परिवार से संबंध रखते है। कॉलोनी से कुछ दूरी पर ही अस्पताल और नया बस स्टैंड भी स्थित है। इतिहास

कॉलोनी करीब 40 साल पहले अस्तित्व में आई थी। शुरुआत में कुछ लोगों ने इसे बसाया था, लेकिन आज कॉलोनी में लगभग 1200 परिवार रहते हैं। शुरुआत में यह इंद्री क्षेत्र में पड़ती थी, लेकिन 1990 के बाद करनाल की नगर पालिका में शामिल किया गया। अब इस कॉलोनी में नगर निगम सुविधाएं दे रहा है। गली में कुछ सड़कों की हालत काफी खराब है। सड़क पर कही-कहीं गड्ढे भी बने हैं, इस कारण कई बार मोटरसाइकिल सवार बाइक का संतुलन बिगड़ने से गिरकर चोटिल हो जाते है। ऐसे में प्रशासन को चाहिए कि वे इस ओर विशेष ध्यान दें।

-देसराज, कालोनीवासी। सड़क के साथ पड़े खाली प्लॉट में कूड़े के ढेर लगे है, जिनपर मक्खी-मच्छर भिनभिनाते रहते हैं। ऐसे में लोगों को स्वास्थ्य संबंधी ¨चता सता रही है। बदलते मौसम में वैसे ही लोग बीमारियों की चपेट में रहते हैं। ऊपर से ये गदंगी बीमारियों को बुलावा दे रही है।

-मान¨सह, सदस्य, सेवा संस्था। कॉलोनी में गंदगी के मुख्य कारण डस्टबिन का न होना है। ऐसे में यदि निगम कॉलोनी में ही डस्टबिन की व्यवस्था कर दे तो लोगों को गंदगी से छुटकारा मिल जाएगा। मजबूरन लोगों को खाली पड़े प्लाटों में कूड़ा फेंकना पड़ता है।

-मनोज कुमार, कॉलोनीवासी। सड़क बनाने के लिए गली को खोदा गया था, लेकिन गली का निर्माण कार्य अभी तक भी पूरा नहीं हुआ है। लोगों को आवाजाही में भारी परेशनियों का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन से मांग है कि जल्द इस गली का निर्माण कार्य पूरा कराएं।

-रमेश कुमार, कालोनीवासी। गली में लावारिस कुत्तों और जानवारों की भरमार है। बीच रास्ते में बैठे गोवंश के कारण लोगों को आवाजाही में परेशानी होती है। वहीं आवारा कुत्तों के कारण बच्चे भी अब गली में खेलने से डरते हैं।

-राकेश रंगा, कॉलोनीवासी। गली में जगह-जगह मिट्टी के ढेर हैं। इसके कारण सारा दिन धूल का गुब्बार उड़ता रहता है। लोगों को काफी परेशानी हो रही है। धूल के कारण सांस देने में भी दिक्कत हो रही है।

-राहुल, कॉलोनीवासी

क्षेत्र के कई प्लॉटों में गंदगी के ढेर लगे हैं। न प्रशासन इस गंदगी से निजात दिला रहा है और न ही प्लॉट मालिक सफाई पर ध्यान दे रहे हैं। क्षेत्र में सफाई की उन्होंने प्रशासन से मांग की है।

-राम धीरज, कालोनीवासी। 0 जागरण सुझाव

-कॉलोनी की जो गलियां कच्ची है उन्हें पक्का किया जाए।

-खाली पड़े प्लाटों से कूड़े का उठान जल्दी हो।

-लावारिस पशुओं को पकड़ा जाना चाहिए।

-लटकते तारों को दुरुस्त करना चाहिए।


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