डॉक्टर की लापरवाही के चलते गर्भवती ने एंबुलेंस में दिया बच्ची को जन्म
सामान्य अस्पताल के एक मेडिकल अधिकारी और नर्स की कथित लापरवाही के कारण एक गर्भवती महिला को एंबुलेंस में ही बच्चे को जन्म देना पड़ा। यह व्यथा पीड़ित महिला के पति सुखदेव निवासी वार्ड 3 ने पत्रकारों के समक्ष रखते हुए अस्पताल प्रशासन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की।
संवाद सहयोगी, असंध : सामान्य अस्पताल के एक मेडिकल अधिकारी और नर्स की कथित लापरवाही के कारण एक गर्भवती महिला को एंबुलेंस में ही बच्चे को जन्म देना पड़ा। यह व्यथा पीड़ित महिला के पति सुखदेव निवासी वार्ड 3 ने पत्रकारों के समक्ष रखते हुए अस्पताल प्रशासन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की।
पीड़िता के पति ने आरोप लगाया कि 12 जून को उसकी पत्नी सुमन को प्रसव पीड़ा के चलते रात को असंध के सामान्य अस्पताल में ले जाया गया था। जहां ड्यूटी पर तैनात एक नर्स ने पीड़िता का ब्लड प्रेशर चैक करते ही उसे एक डॉक्टर के निर्देश पर यह कहकर करनाल रेफर कर दिया कि यहां इसका कोई इलाज नहीं है। वहीं इसका ऑपरेशन होगा, हमारे यहां ऑपरेशन की सुविधा नहीं है। उन्होंने बताया कि वह बार-बार नर्स के सामने यह कहकर गिड़गिड़ाते रहे कि पहले भी उसकी पत्नी ने बिना ऑपरेशन के ही नॉर्मल डिलीवरी से बच्चों को जन्म दिया हुआ है, एक बार सरकारी डॉक्टर उसकी पत्नी की जांच कर लें। उसके बाद वह करनाल ले जाएंगे, परंतु उसकी नर्स और डॉक्टर ने एक नहीं सुनी।
उसने बताया कि एंबुलेंस जैसे ही जुंडला अस्पताल के गेट पर पहुंची तो उसकी पत्नी ने नॉर्मल ही बच्ची को जन्म दे दिया, जबकि असंध नर्स व डॉक्टर ने सीजेरियन डिलीवरी कहकर रेफर कर दिया था। उन्होंने बताया कि जुंडला अस्पताल में कार्यरत नर्स और डॉक्टर ने भी यही कहा कि यह डिलीवरी असंध भी की जा सकती थी। पीड़ित ने डॉक्टर व नर्स पर आरोप लगाए कि इन दोनों की लापरवाही से उसकी पत्नी व बच्चे की जान भी जा सकती थी। पीड़ित ने कहा कि इनके खिलाफ स्वास्थ्य मंत्री और सिविल सर्जन कड़ी कार्रवाई अमल में लाए अन्यथा वह कोर्ट में जाने पर मजबूर होगा।
कार्ड में ब्लड ग्रुप भी गलत दर्शाया
सुखदेव के अनुसार उसकी पत्नी का जो गर्भवती महिला कार्ड असंध अस्पताल ने बनाया हुआ है, उसमें ब्लड ग्रुप ओ पॉजिटिव दर्शाया हुआ है, जबकि उसकी पत्नी का ब्लड टेस्ट में ए पॉजिटिव ग्रुप आया। दुखी सुखदेव ने कहा कि कार्ड में हुई गलती के कारण करनाल से ब्लड लेने के लिए उसे कई बार ब्लड टेस्ट करवाना पड़ा और हजारों रुपये बेकार में डॉक्टरों की गलती के चलते खर्च करने पड़े। वर्जन-
यह मामला मेरे संज्ञान में अभी आया है। संबंधित डॉक्टर व नर्स से पूछताछ की जाएगी और पीड़ित महिला से भी बात करेंगे। यदि कोई लापरवाही सामने आई तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. सिम्मी कपूर, सीनियर मेडिकल ऑफिसर, सिविल अस्पताल असंध