समस्याओं पर चुप न बैठें, अच्छी पंचायत का करें चुनाव : डा. चौहान
जागरण संवाददाता करनाल अपने गांव के मसलों को सुलझाने के लिए ग्राम वासियों को स्वयं आगे बढ़
जागरण संवाददाता, करनाल: अपने गांव के मसलों को सुलझाने के लिए ग्राम वासियों को स्वयं आगे बढ़ना होगा। सरकार और शासन तक अपनी बात पहुंचाना जरूरी है। गांव की समस्याओं पर कभी चुप न बैठें। समस्याएं सुलझाने के लिए गांव वासियों को अच्छी पंचायत का चुनाव करना चाहिए।
यह बात हरियाणा ग्रंथ अकादमी के उपाध्यक्ष डा. वीरेंद्र सिंह चौहान ने 'म्हारे गाम की बात' में राहड़ा के ग्रामीणों से बातचीत में कही। उन्होंने कहा कि गांव राहड़ा के तालाब को विकसित कर इसे अमृत सरोवर का रूप दिया जा रहा है। ग्रामीणों ने सुझाव दिया कि तालाब के अलावा गांव के श्मशान घाट को भी हरित क्षेत्र बनाया जाए। जीवीएम स्कूल के संचालक सुरेंद्र राणा ने बताया कि राहडा पुराना गांव है। करीब 25 हजार की आबादी वाले गांव में 10 हजार मतदाता हैं।
ग्रामीण यशपाल सिंह ने कहा कि पानी निकासी सबसे प्रमुख समस्या है। जोहड की खुदाई हो रही है फिर भी गलियों और सड़कों पर पानी जमा है। डा. चौहान ने असंध के बीडीपीओ नरेश शर्मा से समस्या को लेकर बात की। उन्होंने कहा कि पानी निकासी के लिए नाले की सफाई जरूरी है। मास्टर सुरेंद्र ने कहा कि नाला गंदगी से अटा पड़ा है। उन्होंने नाले की सफाई तीन-चार दिन में होने का आश्वासन दिया। तरसेम सिंह ने गांव की गलियों और सड़कों की बदहाली का मुद्दा उठाया। ग्रामीण आशीष ने कहा कि हम खुद को बदलेंगे तभी गांव बदलेगा।
मास्टर सुरेंद्र ने कहा कि पानी की आपूर्ति न होने के बावजूद पानी के बिल भेजे जा रहे हैं। नरेंद्र राहडा ने बताया गांव के लिए डिस्पेंसरी मंजूर हो चुकी है। नरेंद्र राणा ने गांव की तरक्की में योगदान के लिए प्रेरित किया। परिचर्चा में पूर्व सरपंच ओमपाल राणा और कुलदीप सिंह के अलावा अन्य ग्रामीणों ने भी भाग लिया।