डॉक्टर राजीव हत्याकांड : मुख्य हत्यारोपित पवन को किए पर नहीं कोई पछतावा
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष एवं अमृतधारा अस्पताल के संचालक डॉ. राजीव गुप्ता की हत्या के मुख्य आरोपित पवन दहिया को अपने गुनाह पर कोई पछतावा नहीं है।
जागरण संवाददाता, करनाल : इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष एवं अमृतधारा अस्पताल के संचालक डॉ. राजीव गुप्ता की हत्या के मुख्य आरोपित पवन दहिया को अपने गुनाह पर कोई पछतावा नहीं है। उसके माथे पर जरा भी शिकन नहीं है कि उसने शहर के प्रतिष्ठित डॉक्टर की हत्या की है। सोमवार को तीनों हत्यारोपितों को सीआइए वन पुलिस ने अदालत में पेश किया। मीडिया ने पवन से जब सवाल पूछा कि क्या डॉक्टर की हत्या पर पछतावा है तो उसने ना में जवाब दिया।
योजनाबद्ध ढंग से की थी हत्या
गौरतलब है कि शनिवार शाम को तीनों हत्यारोपितों ने पूरे योजनाबद्ध ढंग से डॉ. राजीव गुप्ता की हत्या की थी। सेक्टर 16 के मुख्य चौक पर डॉ. गुप्ता की कार को रुकवाने के बाद उन पर पवन ने ताबड़तोड़ छह गोलियां दागी। एक गोली डॉ. गुप्ता के हार्ट में लगी थी। अपने ही आइटीआइ चौक स्थित अस्पताल में उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई थी। इसके बाद पुलिस ने शक के दायरे में आए लोगों से पूछताछ की और इसके बाद शक की सुई पवन दहिया पर जाकर टिकी। जो चौड़ा बाजार स्थित अस्पताल में डायलिसिस आपरेटर के तौर पर काम करता था। डॉ. गुप्ता के साथ किसी बात पर मतभेद होने पर दिसंबर 2018 में उसे करीब 10 साल की नौकरी के बाद निकाल दिया गया था।
वारदात में शामिल कपड़े और बाइक की जाएगी बरामद
सोमवार को हत्यारोपितों को पुलिस ने सीजेएम की अदालत में पेश किया। पुलिस ने तीनों का सात दिन का रिमांड हासिल किया। रिमांड के दौरान हत्या के कारणों को लेकर पूछताछ की जाएगी। यह भी पूछताछ की जाएगी कि हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियार कहां से लाए थे। इसके अलावा वारदात में इस्तेमाल की गई बाइक और कपड़ों को बरामद किया जाएगा।
सीआइए वन के सब इंस्पेक्टर रणबीर सिंह से पूछा गया कि क्या हत्या के इस मामले में कोई और भी शामिल हो सकता है। इस पर उन्होंने कहा कि अब यह जांच का विषय है। जांच के बाद ही इस बारे में बता सकेंगे।