संगोष्ठी में धान की बीमारियों और कीटों पर की चर्चा
किसान वेलफेयर क्लब की ओर से किसान-विज्ञान संगोष्ठी का आयोजन डीडीए कार्यालय में किया गया। संगोष्ठी की अध्यक्षता क्लब के प्रधान ईलम सिंह गोरसी ने की।
जागरण संवाददाता, करनाल : किसान वेलफेयर क्लब की ओर से किसान-विज्ञान संगोष्ठी का आयोजन डीडीए कार्यालय में किया गया। संगोष्ठी की अध्यक्षता क्लब के प्रधान ईलम सिंह गोरसी ने की। इस मौके पर प्रदेश महासचिव विजय कपूर ने किसानों से धान की बीमारियों व कीटों को लेकर चर्चा की। इनसे निजात पाने के तरीके सुझाए। डॉ. धर्मवीर सतीजा ने धान में हल्दी रोगी, बीएलबी, काला-भूरा तेला व जल संरक्षण बारे बताया।
क्लब के मीडिया प्रभारी राकेश चौधरी कुंजपुरा ने धान के फसल के अवशेष को न जलाने का आह्वान किया। सल्फर मिल्स से डॉ. राम अवतार, देवेंद्र कुमार वर्मा, स्वपनिल सिंह, सुंदर पाल चौहान व देवेंद्र सिंह पंवार ने बीज उपचार के लिए पर्ल, फर्टिस सल्फर 90 फीसद, टैक्सो-2 के प्रयोग की सलाह दी। गेहूं के उत्पादन में वृद्धि के तरीके बताए। कैन वायोसिस के विशेषज्ञ डॉ. रविकांत द्विवेदी ने धान की पराली, पे स्पीड कंपोस्ट का प्रयोग करने और अवशेष ना जलाने का अनुरोध किया। उप कृषि निदेशक डॉ. आदित्य डबास ने किसानों को आर्गेनिक फसलों के लिए रकबा बढ़ाने का अनुरोध किया। उन्होंने रसायनों व कीटनाशकों के अधिक प्रयोग से होने वाले नुकसान की जानकारी भी दी। कृषि विज्ञान केंद्र के डा. राजबीर गर्ग, हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के विशेषज्ञ डॉ. राजेश मेहरा ने धान की बीमारियों व कीटों की रोकथाम के बारे में बताया। मुख्य संरक्षक डॉ. एसएस कंवर ने जैविक खेती को लेकर ज्ञानवर्धन किया।
इस अवसर पर जगदीश नागपाल, प्रेस प्रवक्ता राजकुमार भार्गव, राकेश चौधरी, विजय कपूर, चरणजीत नागपाल, तेजपाल चौहान, शामलाल व सतनाम सिंह मौजूद रहे।