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आपदा से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन विभाग ने की सराहनीय पहल : कैप्टन अभिमन्यु

जागरण संवाददाता, करनाल प्राकृतिक आपदा कभी भी-कहीं भी आ सकती है, यदि इससे निपटने की त

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Dec 2017 03:00 AM (IST)Updated: Wed, 20 Dec 2017 03:00 AM (IST)
आपदा से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन विभाग ने की सराहनीय पहल : कैप्टन अभिमन्यु
आपदा से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन विभाग ने की सराहनीय पहल : कैप्टन अभिमन्यु

जागरण संवाददाता, करनाल

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प्राकृतिक आपदा कभी भी-कहीं भी आ सकती है, यदि इससे निपटने की तैयारी पहले से ही हो तो इससे होने वाली जान-माल की क्षति को काफी हद तक बचाया जा सकता है। इसी दिशा में 21 दिसंबर को प्रदेशव्यापी विशाल मॉकड्रिल की जाएगी। जिसकी पूरे प्रदेश में एक ही समय पर अभ्यास सम्पन्न होगा। मंगलवार को चंडीगढ़ स्थित सिविल सचिवालय से वीडियो कान्फ्रें¨सग के जरिए वित्त एवं राजस्व मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने प्रस्तावित मॉकड्रिल बारे बताया कि हरियाणा का एनसीआर का क्षेत्र रिस्क जोन में आता है। बीते 3 दशकों से राजधानी के आस-पास शहरीकरण में काफी बढ़ोतरी हुई है। भविष्य में भूकंप जैसी आपदा से निपटने के लिए सभी तैयारियां जरूरी हो जाती हैं। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि हरियाणा किसी भी प्रकार की आपदा से निपटने के लिए पूर्णत: तैयार है। इसके लिए उन्होने प्रदेश के सभी जिलों के उपायुक्तों को बधाई दी और कहा कि 21 दिसंबर की मॉकड्रिल आपको कुछ नया सीखने का अवसर प्रदान करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि मॉकड्रिल की एक्सरसाइज में नागरिक सहभागिता भी होनी चाहिए, जो आदर्श रहेगा। इसके समापन पर सभी अधिकारी बैठकर इसका फालोअप भी करें। अच्छा रहेगा कि इसमें निजी तौर पर अपने-अपने एरिया के जन प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित कर लिया जाए।

मुख्य सचिव डीएस ढेसी ने बताया कि मॉकड्रिल का उद्देश्य किसी भी आपदा के समय क्या कुछ करना जरूरी होता है, उसे अच्छी तरह समझना है। उन्होंने कहा कि सशस्त्र सेनाएं नियमित एक्सरसाईज करती रहती हैं। उसी के बल पर वे युद्ध और एन्काउंटर जैसी स्थिति से निपटने में सक्षम रहती हैं। हरियाणा में सिविल एडमिनिट्रेशन के जरिए पहली बार इतने बड़े पैमाने पर मॉकड्रिल की एक्सरसाईज करवाई जा रही हैं, ताकि किसी भी आपदा के आने से पहले इस बात की पूरी जानकारी हो कि उससे कैसे निपटा जाना है, ताकि घटना के समय जान-माल को बचाया जा सके। अतिरिक्त मुख्य सचिव केशनी आनन्द अरोड़ा ने प्रदेश के सभी जिला उपायुक्तों के साथ 21 दिसंबर को की जानी वाली मॉकड्रिल को लेकर तैयारियों की समीक्षा की तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होने वी.सी. के माध्यम से सभी उपायुक्तों से तैयारियों की जानकारी ली।

छह जगहों का किया गया है चयन

उपायुक्त डॉ. आदित्य दहिया ने बताया कि करनाल एरिया में 6 अलग-अलग स्थानों पर मॉकड्रिल की परिकल्पना को लेकर सभी जरूरी बंदोबस्त किए गए हैं। इसे लेकर सभी जगहों की घटनाएं भी अलग-अलग रहेंगी, लेकिन सभी एक ही समय में घटेंगी। उन्होने बताया कि इसके लिए अधिकारियों और कर्मचारियों की टास्क फोर्स बनाकर ड्यूटियां लगाई गई हैं। इसके तहत कमांड स्टाफ में पुलिस अधीक्षक का सुरक्षा का जिम्मा रहेगा। अतिरिक्त उपायुक्त को इंसीडेंट कमांडर एवं स्टे¨जग एरिया मैनेजर बनाया गया है, जबकि नगराधीश लाइजीन ऑफिसर रहेंगे। पहली मॉकड्रिल सैक्टर-12 स्थित सुपरमॉल स्थल पर की जाएगी, नगराधीश को इसका टीम लीडर बनाया गया है। इसी प्रकार कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल को दूसरी मॉकड्रिल के लिए लिया गया है, इसके टीम लीडर एसडीएम करनाल होंगे। जबकि जिला के गुढा स्थित इण्डेन गैस बॉट¨लग प्लांट पर की जाने वाली मॉकड्रिल के टीम लीडर एसडीएम घरौण्डा होंगे। इसके अतिरिक्त असंध के जय¨सह पुरा स्थित राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में चौथी मॉकड्रिल और शहर के कर्ण गेट स्थित स्थल पर पाचंवी मॉकड्रिल की जाएगी। जबकि छटी मॉकड्रिल इन्द्री स्थित वैस्टर्न जमुना कैनाल पर रहेगी।


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