Move to Jagran APP

पुराने बस स्टैंड पर बसों के ठहराव की मांग, सीएम को भेजा पत्र

संवाद सहयोगी घरौंडा पुराने बस स्टैंड पर बसें न रूकने पर जनता को हो रही भरी परेश्

By JagranEdited By: Published: Sat, 20 Nov 2021 11:12 PM (IST)Updated: Sat, 20 Nov 2021 11:12 PM (IST)
पुराने बस स्टैंड पर बसों के ठहराव की मांग, सीएम को भेजा पत्र
पुराने बस स्टैंड पर बसों के ठहराव की मांग, सीएम को भेजा पत्र

संवाद सहयोगी, घरौंडा:

prime article banner

पुराने बस स्टैंड पर बसें न रूकने पर जनता को हो रही भरी परेशानियों को ध्यान में रखते हुए विश्व हिदू वाहिनी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को पत्र भेजा है। भेजे गए पत्र में विश्व हिदू वाहिनी ने पुराने बस स्टैंड दिल्ली तथा चंडीगढ़ साइड दोनों ओर हरियाणा रोडवेज की बसों का ठहराव कराने के बारे में हरियाणा सरकार से अपील की है।

बता दें कि जब से नया बस स्टैंड नई अनाज मंडी के पास बना है, तब से अब तक क्षेत्र वासियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वीएचवी के प्रदेशाध्यक्ष सामाजिक कार्यकर्ता डा. प्रवीण कौशिक ने बताया कि धान व गेहूं के सीजन में नए बीएस स्टैंड पर रास्ते ब्लाक होने के कारण यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। नए बस स्टैंड घरौंडा पर क्षेत्र वासियों की सुविधाओं के लिए आटो रिक्शा व रिक्शा भी नहीं मिलती। यात्रियों को सामान लाने ले जाने में भी काफी मशक्कत करनी पड़ती है।

डा. कौशिक ने कहा कि बस स्टैंड शहर से लगभग 1.5 से 2 किलोमीटर दूर पड़ता है। बस पकड़ने के कारण बहन, बेटियों तथा माताओं को भी कहीं आने जाने के लिए नए बस स्टैंड पर पैदल ही आना-जाना पड़ता है। इतनी दूर उन्हें दिन में पैदल आने जाने में बहुत सी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। विश्व हिदू वाहिनी के प्रदेश संगठन मंत्री पवन अग्रवाल ने कहा कि बीमार तथा कमजोर व असहायों के लिए तो नए बस स्टैंड पर पैदल जाना तथा आना पहाड़ चढ़ने जैसा हो गया है। विश्व हिदू वाहिनी ने हरियाणा सरकार से मांग करते हुए कहा कि सरकार हरियाणा रोडवेज की बसों का घरौंडा पुराने बस स्टैंड पर दोनों और ठहराव के लिए आदेश पारित कर घरौंडा क्षेत्र की जनता को राहत पहुंचाए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.
OK