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मांगे पूरी नहीं होने तक आयुष चिकित्सकों का विरोध जारी करने का लिया फैसला

जब तक आयुष विभाग में कार्यरत चिकित्सकों की मांगे पूरी नहीं होती तब तक आयुष चिकित्सक सरकार का विरोध करते रहेंगे। यह चेतावनी काले बिल्ले व काली पट्टी बांधकर आयुष चिकित्सकों ने दी।

By JagranEdited By: Published: Wed, 11 Sep 2019 07:35 AM (IST)Updated: Wed, 11 Sep 2019 07:35 AM (IST)
मांगे पूरी नहीं होने तक आयुष चिकित्सकों का विरोध जारी करने का लिया फैसला
मांगे पूरी नहीं होने तक आयुष चिकित्सकों का विरोध जारी करने का लिया फैसला

जागरण संवाददाता, करनाल : जब तक आयुष विभाग में कार्यरत चिकित्सकों की मांगे पूरी नहीं होती तब तक आयुष चिकित्सक सरकार का विरोध करते रहेंगे। यह चेतावनी काले बिल्ले व काली पट्टी बांधकर सरकार का विरोध कर रहे आयुष चिकित्सकों ने दी। चौथे दिन मंगलवार को भी अपने-अपने क्षेत्र में आयुष चिकित्सकों ने काले बिल्ले एवं काली पट्टी बाजू पर बांधकर मरीजों का इलाज किया। आयुष चिकित्सकों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि उनकी मांगों की फाइल काफी लम्बे समय से मुख्यमंत्री के पास पड़ी है लेकिन आज तक उन मांगों की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया गया।

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आयुष मेडिकल आफिसर्स एसोसिएशन हरियाणा ने आरोप लगाया कि सरकार उनके साथ भेदभाव अपना रही है। एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. राम अवतार ने बताया कि पड़ोसी राज्यों जैसे पंजाबी, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, केंद्र सरकार, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडू, बिहार व असम आदि में आयुष चिकित्सकों को वेतनमान 9300 से 34800 व जीपी 5400 रुपये दिया जा रहा है जोकि हरियाणा के आयुष चिकित्सकों से ज्यादा है। एसोसिएशन द्वारा मांग की गई कि आयुष विभाग के चिकित्सकों का वेतनमान अन्य चिकित्सकों के समान होना चाहिए। डॉ. राम अवतार ने बताया कि सरकार द्वारा बार-बार उन्हें आश्वासन दिए जाने के बाद भी मांगों को पूरा नहीं किया गया, जिससे पूरे हरियाणा के आयुष चिकित्सकों में रोष व्याप्त है।


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