डेयरी शि¨फ्टग के प्लॉटों का नया ले आउट तैयार, पहला ड्रा रद होगा
जागरण संवाददाता, करनाल : 14 साल से लटके डेयरी शि¨फ्टग प्रोजेक्ट में अब नई अड़चन आ गई।
जागरण संवाददाता, करनाल : 14 साल से लटके डेयरी शि¨फ्टग प्रोजेक्ट में अब नई अड़चन आ गई। नगर निगम ने अक्टूबर में निकाले ड्रा को रद करने का फैसला लिया है। तब 23 डेयरी संचालकों को 250 गज और 14 को 500 गज के जो प्लॉट अलॉट किए गए थे। 188 प्लॉटों को अब नए सिरे से ड्रॉ के जरिये डेयरी संचालकों को दिया जाएगा। 27 मार्च को प्रस्तावित हाउस की बैठक में इस प्रस्ताव को रखेंगे। पार्षदों ने इसे पास किया तो ड्रॉ दोबारा होना तय है। इसके लिए फिर से आवेदन मांगे जाएंगे, लेकिन इस बार ड्रॉ से पहले आवेदनों की जांच होगी। इसके लिए बकायदा छह सदस्यीय कमेटी गठित की जाएगी। इसमें तीन पार्षद व तीन अधिकारियों को शामिल किया जाएगा। यह टीम डेयरी में जाकर पशुओं की संख्या की गिनती करेगी। पशुओं की संख्या यदि आवेदन की जानकारी के अनुसार सही नहीं मिली तो आवेदन रद माना जाएगा।
इसलिए रद करना पड़ा 37 प्लॉटों का ड्रा
1. डेयरी संचालकों ने जानकारी गलत दी
नगर निगम ने 24 अक्टूबर 2017 में ¨पगली गांव में खरीदी जमीन में ही डेयरी संचालकों के लिए ड्रॉ निकाले थे। ड्रॉ से मौके पर 37 डेयरी संचालकों को प्लॉट अलॉट किए गए थे। लेकिन डेयरी संचालकों ने बड़े प्लॉट हथियाने के लिए आवेदन में गलत जानकारी दी। कुछ ने पशुओं की संख्या अधिक बताकर बड़े प्लॉट हासिल कर लिए। शिकायत के बाद निगम कमिश्नर ने खुद जाकर जांच की तो गड़बड़ सामने आई थी। इसके बाद कमेटी गठित कर जांच की गई। कमेटी ने जो रिपोर्ट सौंपी उसमें भी यही बात सामने आई। इसलिए ड्रॉ को रद कर दिया गया।
2. नया ले आउट भी वजह
डेयरी शहर से बाहर करने के लिए निगम ने ¨पगली गांव में 131 बिघा जमीन 1.09 करोड़ रुपये में खरीदी थी। शुरुआत में यहां डेयरियों के लिए 222 प्लॉट रिजर्व किए गए थे। जबकि आठ प्लॉट बूथ के लिए छोड़े गए थे। बाद में डेयरी संचालकों ने बड़े प्लॉटों की मांग तो इनकी संख्या 188 कर दी गई। अब फिर से नया ले आउट तैयार किया गया है। इसमें डेयरी के लिए प्लॉट तो 188 ही रहेंगे, लेकिन आठ बूथों को हटा दिया गया है। ले आउट बदलने के कारण भी पहले अलॉट प्लॉट का ड्रॉ रद करना पड़ा।
अब 17 शर्तों के साथ दोबारा आवेदन
आगामी हाउस की बैठक में डेयरी शि¨फ्टग से संबंधित तीन प्रस्ताव रखे जाएंगे। प्रस्ताव नंबर 19 नये ले आउट से संबंधित है। प्रस्ताव 20 में पहले किए ड्रॉ को रद करने के लिए है। इसके बाद 21 नंबर प्रस्ताव प्लॉटों की अलॉटमेंट को लेकर 17 नियम व शर्तों का जिक्र है। इसके अनुसार 3300 रुपये प्रति वर्ग गज के हिसाब से यह प्लॉट मिलेंगे। 30000 हजार रुपये की धरोहर राशि आवेदन के समय जमा करानी होगी। अलॉटमेंट पत्र के बाद एक महीने के अंदर प्लॉट की 20 प्रतिशत राशि देनी होगी। बाकी की 80 प्रतिशत राशि 10 छमाही किस्तों में चुकानी होगी।
प्लॉट अलॉट होते ही एक महीने में शुरू करना होगा निर्माण
हाउस में यदि यह प्रस्ताव पास होते हैं तो प्लॉट अलॉट होते ही 30 दिन के अंदर निर्माण कार्य शुरू करना होगा। छह महीने के अंदर शहर से यहां डेयरी शिफ्ट करनी होगी। 10 साल तक डेयरी संचालक इस प्लॉट न बेच सकेंगे और न ही किसी को किराये पर दे सकेंगे। आवेदन में दी गई सूचना गलत मिलने पर अलॉटमेंट रद कर दी जाएगी। डेयरी संचालकों से इन शर्तों का स्टांप पेपर पर इकरारनामा लिया जाएगा।
2.22 करोड़ खर्च चुका है निगम
डेयरी शि¨फ्टग के प्रोजेक्ट पर निगम 2.22 करोड़ रुपये खर्च कर चुका है। 131 बिघा जमीन 1.09 करोड़ रुपये में खरीदी गई थी। रजिस्ट्रेशन फीस पर 6.59 लाख रुपये खर्च हुए थे। सीवरेज व सड़कों पर पर 52.85 लाख की लागत आई। सिविल वर्क 43.19 लाख में पूरा हुआ। 10.10 लाख रुपये बिजली निगम को दिए गए हैं। बीते साल 17.78 लाख रुपये दो कमरों पर खर्च किए गए। कमरों के लिए 17.63 लाख का एस्टीमेट और तैयार किया गया है। इसके अलावा इंटरलॉ¨कग पेबर ब्लॉक टाइलों पर 93.44 लाख रुपये और खर्च करने की योजना है।
वर्जन
अक्टूबर में किए अलॉट किए गए 37 प्लॉट को को रद करने का प्रस्ताव एजेंडे में शामिल है। इसके पास होने के बाद 17 शर्तों के साथ फिर से आवेदन मांगे जाएंगे।
धीरज कुमार, ईओ, नगर निगम करनाल