शिकायतकर्ता ही निकला लूट का सरगना
बसताड़ा चौक के पास वीरवार को अस्पताल कर्मी से हुई थी 1.
बसताड़ा चौक के पास वीरवार को अस्पताल कर्मी से हुई थी 1.80 लाख की लूट
पुलिस जांच में पटाक्षेप, तीन आरोपित गिरफ्तार जागरण संवाददाता, करनाल :
बसताड़ा चौक पर अस्पताल कर्मी से 1.80 लाख रुपये की लूट का मामला फर्जी निकला। शिकायत करने वाले ने खुद ही साजिश रचकर अपने साथियों सहित लूट को अंजाम दिया। मधुबन पुलिस ने मामले का पटाक्षेप करते हुए मोटरसाइकिल सहित तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। मामले में शनिवार को आरोपितों को अदालत में पेश कर जिला जेल भेज दिया।
मधुबन थाना इंचार्ज राजकुमार रंगा ने बताया कि पुलिस जांच में शुरू से ही शक की सुई शिकायतकर्ता प्रवीण पर थी। एएसआइ प्रवीन कुमार के नेतृत्व में टीम का गठन कर मामले की जांच की गई। मामले की सभी छोटी-बड़ी कड़ियों को जोड़कर और घटनास्थल के आसपास निरीक्षण करने के बाद लूट का मामला फर्जी लगा। जब शिकायतकर्ता प्रवीन कुमार से सख्ती से पूछताछ की तो उसने बताया कि रुपयों के लालच में उसने साथी दीपक और विक्रम निवासी बसताड़ा के साथ मिलकर अस्पताल के रुपये हड़पने की साजिश रची।
आरोपित प्रवीन ने पुलिस को बताया कि अस्पताल से चेक लेने के बाद वह गांव आया और साथियों के साथ वारदात को अंजाम देने के लिए समय व स्थान तय किया। वह पैसे लेकर आया और जीटी रोड स्थित सुनसान जगह पर साजिश के तहत दोस्तों ने उससे पैसे छीन लिए। यहां दूर खड़े लोगों ने देखा कि उसके साथ वारदात हुई है। इसके बाद नजदीक के पेट्रोल पंपकर्मी से फोन लेकर अस्पताल और कंट्रोल रूम में सूचना दी।
बता दें कि 25 अक्टूबर वीरवार को पुलिस कंट्रोल रूम में सूचना प्राप्त हुई थी कि जीटी रोड बसताड़ा के पास दो व्यक्तियों ने अस्पतालकर्मी से मारपीट कर 1.80 लाख रुपये लूट लिए। मधुबन थाना इंचार्ज राजकुमार रंगा ने टीम के साथ मौके पर जांच की। अस्पताल कर्मी बसताड़ा गांव निवासी प्रवीन की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया था। 2.90 लाख की लूट करने वाले गिरफ्तार
जागरण संवाददाता, करनाल : घरौंडा के व्यापारी अनुज जैन से 2.90 लाख की लूट की वारदात की गुत्थी थाना मधुबन पुलिस ने सुलझा ली है। मधुबन थाना इंचार्ज राजकुमार रंगा ने बताया कि 26 अक्टूबर को घरौंडा निवासी अनुज जैन के साथ मधुबन क्षेत्र में 2.90 लाख रुपये की लूट हुई थी। मामले में आरोपित सोनीपत निवासी संजीव, समुंद्र, रोहतक निवासी सुमित को गिरफ्तार किया। मामले में शिकायतकर्ता ने लूट और स्ने¨चग की बात स्वीकार नहीं की। तीनों आरोपितों को कोर्ट न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।