सीएम मनोहरलाल ने देखी एेसी तस्वीर, फिर नहीं गए गुरुद्वारा साहिब के अंदर
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनाेहरलाल के करनाल के डाचर गुरुद्वारा साहिब में नहीं जाने पर विवाद पैदा हो गया है। सिख जत्थेबंदियों ने इसकर विरोध किया है।
जेएनएन, करनाल। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के गांव डाचर स्थित गुरुद्वारा साहिब में नहीं जाने का विवाद बढ़ गया है। इस बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि वहां भिंडरावाला की तस्वीर लगी होने के कारण वह गुरुद्वारा साहिब नहीं गए। वहीं, शनिवार को डेरा कार सेवा में आयोजित बैठक में सिख जत्थेबंदियों ने सीएम के गुरुद्वारे में नहीं आने पर कड़ी नाराजगी जताई और इसे पूरी कौम का अपमान बताया।
सिख जत्थेबंदियों ने दी चेतावनी-माफी मांगे हरियाणा के सीएम, नहीं तो पीएम की रैली का करेंगे विरोध
बैठक में मुख्यमंत्री सहित भाजपा नेताओं के बहिष्कार करने का निर्णय लिया गया। एेलान किया गया कि अगर 6 अक्टूबर तक मुख्यमंत्री ने डाचर गुरुद्वारा साहिब में आकर माफी नहीं मांगी तो करनाल में प्रस्तावित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली का विरोध किया जाएगा। इसके साथ ही तोड़फोड़ के आरोप में दर्ज किए गए केस वापस लेने की मांग भी की।
सिख नेता बोले, गुरुद्वारा में शीश नहीं नवाने पर सीएम सहित भाजपा नेताओं का करेंगे बहिष्कार
बता दें कि शुक्रवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने करनाल जिले के दायरे में आने वाले 13 महाभारतकालीन तीर्थो की यात्रा की थी। तय कार्यक्रम अनुसार उन्हें डाचर गांव स्थित तीर्थ स्थल के साथ ही यहां के गुरुद्वारे में भी जाना था। लेकिन, वह गुरुद्वारे में नहीं गए जिससे संगत भड़क गई। यहां खड़ी फायर बिग्रेड की गाड़ी के शीशे तोड़ दिए गए। इस संदर्भ में पुलिस ने 100 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला भी दर्ज कर लिया है।
इस पूरे मामले को लेकर शनिवार को डेरा कार सेवा में सिख जत्थेबंदियों सहित विभिन्न राजनीतिक दलों में शामिल सिख नेताओं की बैठक हुई। मंच संचालन सुरिंद्रपाल सिंह रामगढि़या और अध्यक्षता बाबा सुक्खा सिंह, बाबा गुरमीत सिंह, बाबा दिलबाग सिंह ने की।
बैठक में कहा गया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के टूर प्रोग्राम में स्पष्ट तौर पर उल्लेख था कि वह डाचर स्थित गुरुद्वारा साहिब में आएंगे। तीर्थ स्थल से महज कुछ मीटर की दूरी पर ही गुरुद्वारा साहिब है। ऐसे में ऐन वक्त पर उन्होंने गुरुद्वारे में जाने का प्रोग्राम कैंसिल कर सिख समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। बैठक में अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व चेयरमैन सरदार त्रिलोचन सिंह, इंद्रपाल सिंह, पलविंद्र सिंह डाचर व अंग्रेज सिंह पान्नु मौजूद रहे।
नहीं हटी तस्वीर इसीलिए कैंसिल किया कार्यक्रम
वहीं मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि उन्होंने गुरुद्वारे में जाने का समय दिया था। उन्हें बताया गया कि गुरुद्वारे में भिंडरावाला की तस्वीर लगी हुई है। उन्होंने संदेश भिजवा दिया था कि यह तस्वीर हटा दी जाए तो वह निश्चित तौर पर गुरुद्वारा साहिब में आएंगे लेकिन तस्वीर नहीं हटाई गई। शुक्रवार सुबह नौ बजे गुरुद्वारा साहिब में कार्यक्रम कैंसल होने की सूचना भी भिजवा दी गई थी।
मनोहर लाल को गुरुद्वारे में जाना चाहिए था
उधर, चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत में एसजीपीसी अध्यक्ष गोबिंद सिंह लोंगोवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा करनाल के एक गांव के गुरुद्वारे में जरनैल सिंह भिंडरांवाले की तस्वीर लगी होने के कारण जाने से इन्कार करने संबंधी पूछे सवाल के जवाब में लोंगोवाल ने कहा कि मनोहर लाल को गुरुद्वारा साहिब में माथा टेकना चाहिए था, क्योंकि गुरुद्वारा सबका सांझा होता है। भिंडरांवाले की फोटो लगने पर मनोहर लाल को ऐतराज नहीं जताना चाहिए था। यह बहुत ही निंदनीय बात है।