सिविल सर्जन साहब! दवा है ना डॉक्टर, गर्भवती महिलाएं भी अल्ट्रासाउंड के लिए भटक रहीं
सिविल सर्जन डॉ. रमेश कुमार ने दैनिक जागरण कार्यालय में फोन पर सुनीं लोगों की समस्याएं। अस्पताल सीएचसी और पीएचसी में डॉक्टरों की कमी की समस्या ज्यादा आइ
जागरण संवाददाता, करनाल : हेलो..सिविल सर्जन साहब। जी बोलिये। सर मैं तरावड़ी से संदीप जोशी बोल रहा हूं। तरावड़ी पीएचसी की हालात पर गौर कीजिये। शाम को डॉक्टर उपलब्ध नहीं होते। लोग धक्के खाकर वापस चले जाते हैं। मैं आपकी समस्या को समझ सकता हूं। डॉक्टरों की कमी के कारण तरावड़ी और घरौंडा में बड़ी दिक्कत है। अस्थाई तौर पर घरौंडा में दो डॉक्टरों की व्यवस्था तो कर दी है, अब तरावड़ी का भी हल निकाला जा रहा है। सरकार को लिखा गया है कि जल्द डॉक्टर उपलब्ध कराएं। तरावड़ी नेशनल हाईवे पर है, ऐसे में यहां पर इमरजेंसी सेवाएं होनी जरूरी है, यह हमारी प्राथमिकता में शामिल है। दैनिक जागरण कार्यालय में हेलो जागरण में स्वास्थ्य से जुड़ी करीब 35 समस्याएं लोगों ने सिविल सर्जन को बताई। इनमें से अधिकतर का मौके पर ही समाधान कर दिया गया। कुछ के समाधान के लिए अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए गए। सर, मैं 80 साल का हूं, दवा लेने के लिए भी करना पड़ता घंटो इंतजार
अर्जुन गेट निवासी मित्रसेन ने अपनी शिकायत में कहा कि मैं 80 वर्ष का हूं। पीजीआइ चंडीगढ़ से हृदय व अस्थमा का इलाज चल रहा है। धोबी मुहल्ला सिटी डिस्पेंसरी में दवाएं उपलब्ध नहीं हो रही हैं। कुछ मिल भी जाती हैं तो घंटो इंतजार करना पड़ता है।
सीएमओ- यह तो कॉमन दवाएं हैं। आसानी से उपलब्ध होनी चाहिए। वह खुद चेक करेंगे। सभी स्वास्थ्य केंद्रों को पत्र जारी कर सीनियर सिटीजन के लिए अलग से लाइन की व्यवस्था सुनिश्चित करने और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को उनकी सहायता के लिए लगाएंगे। घरौंडा सीएचसी के बुरे हालात, इधर भी गौर कीजिये : बृजमोहन
- कोहंड गांव के बृजमोहन ने कहा कि साहब घरौंडा सीएचसी के हालात इतने बुरे हैं कि वहां पर न तो डॉक्टर मिलते हैं और न ही दवाएं पूरी मिलती हैं। मरीज धक्के खा रहे हैं। समाधान कराएं।
सीएमओ- इस प्रकार की कई शिकायतें मिली हैं, डॉक्टरों की कमी है, धीरे-धीरे उन्हें पूरा किया जा रहा है। जितनी मैनपावर है उससे काम चलाया जा रहा है। कर्मचारियों को मरीजों के साथ अच्छा व्यवहार करने के निर्देश दिए गए हैं। सर, 22 अप्रैल को बेटे के जन्म प्रमाणपत्र के लिए आवेदन किया था, अब तक नहीं बना
इंद्री के मनक माजरा गांव निवासी सुखबीर सिंह बोले, सर 22 अप्रैल को उन्होंने अपने बेटे विजय कुमार के जन्म प्रमाणपत्र के लिए आवेदन किया था, लेकिन अब तक नहीं बना। जरूरी कागज भी दिए थे, लेकिन किसी ने रास्ता नहीं दिया।
सीएमओ- ऐसे कैसे हो सकता है? आप कल मेरे पास आओ। तुरंत आपकी समस्या का समाधान होगा। डॉक्टर साहब, घुटनों में दर्द है, खांसी भी है, कहां पर इलाज कराऊं : प्रेम अरोड़ा
सीएमओ- कलंदरी गेट निवासी प्रेम अरोड़ा की शिकायत पर डॉ. रमेश कुमार ने कहा कि हमारे पास आर्थोपेडिक्स के दो सर्जन हैं। नागरिक अस्पताल में आकर चेक कराएं। सुपर स्पेशलिटी की जरूरत होगी तो पीजीआइ रोहतक या चंडीगढ़ में इलाज कराएं। साहब..बुजुर्गों की घरौंडा अस्पताल में कोई नहीं सुनता, लाइन में खड़ा होना पड़ता है।
सीएमओ- जो भी बुजुर्ग है जिले के किसी भी सेंटर पर इलाज के लिए जाएगा तो उनकी अलग से लाइन सुनिश्चित की जाएगी, बाकायदा कर्मचारी उनकी सहायता करेंगे। आज से ही यह आदेश लागू होंगे। पीएचसी सालवन में डॉक्टर तक नहीं, सफेदी बढि़या कर दी, उस पर लिख दिया आयुष्मान, इससे क्या इलाज मिल जाएगा : सुखदेव शर्मा
- सीएमओ डॉ. रमेश कुमार ने कहा, वहां डॉक्टर है। इसकी पड़ताल करता हूं कि ड्यूटी ठीक प्रकार से दी जा रही है या नहीं। हर व्यक्ति को इलाज मिले, इसके लिए सुनिश्चित किया जा रहा है। लोगों को परेशान नहीं होने दिया जाएगा। इस बारे में अधिकारी की ड्यूटी लगा दी गई है।
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