स्कूल संचालकों ने बैठक कर मांगी अस्थाई मान्यता
फेडरेशन ऑफ प्राइवेट स्कूल हरियाणा ने प्रदेशभर के 3200 अस्थाई मान्यता वाले निजी स्कूलों की इस साल अब तक मान्यता नहीं बढ़ाने व मौजूदा विद्यालयों को गैर मान्यता स्कूल मानने पर रोष जताया है।
जागरण संवाददाता, करनाल : फेडरेशन ऑफ प्राइवेट स्कूल हरियाणा ने प्रदेशभर के 3200 अस्थाई मान्यता वाले निजी स्कूलों की इस साल अब तक मान्यता नहीं बढ़ाने व मौजूदा विद्यालयों को गैर मान्यता स्कूल मानने पर रोष जताया है।
शुक्रवार को फेडरेशन की जिला इकाई की बैठक रमेश नगर में हुई। स्कूल संचालकों ने अस्थाई मान्यता व गैर मान्यता स्कूलों पर आए संकट पर चर्चा की। उन्होंने मांग की कि इन स्कूलों को राहत देते हुए एक वर्ष की अस्थाई मान्यता दी जाए। क्योंकि बोर्ड ने आठवीं कक्षा के छात्रों का भी इनरोलमेंट करने को कहा है। ऐसे में यदि यह स्कूल बोर्ड से संबद्धता प्राप्त नहीं कर सके तो इनमें पढ़ने वाले लाखों बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ हो सकता है।
नियमों में ढील दी जाए : सुशील
फेडरेशन के प्रांतीय महासचिव व भाजपा शिक्षा प्रकोष्ठ के जिला संयोजक सुशील शर्मा ने कहा कि राज्य स्तरीय प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से मिल चुका है। सरकार से मांग है कि वर्ष 2007 से पूर्व चल रहे स्कूलों को स्थाई मान्यता प्रदान करने के मामले में नियमों में ढील दी जाए।
फेडरेशन के जिला अध्यक्ष सुरजीत सुभरी ने कहा कि सरकार 2003 से अस्थाई मान्यता हर वर्ष बढ़ाती जा रही है। वर्षो से चल रहे इन स्कूलों को स्थायी मान्यता प्रदान की जाए।
इस अवसर पर संजय पठानिया, डीके शर्मा, रणबीर धवन, साहब ¨सह, रवि शर्मा, रमेश गिल, राहुल सैनी, आशा ग्रोवर, वीना सेठी, ज्योति आनंद, देवीचरण शर्मा, सतप्रकाश, मदन कांबोज, बलजीत राणा, राजेंद्र, राजेश, पवन शर्मा, नरेश, राज अरोड़ा व पीएस तुली मौजूद रहे।