चीनी आइटम के रेट में 20 से 30 प्रतिशत तक इजाफा
कोरोना वायरस के चलते स्थानीय बाजार पर इसका व्यापक असर आना शुरू हो गया है। चीनी आइटम में 20 से 30 प्रतिशत तक इजाफा हो चुका है। चीन के बंदरगाह बंद हैं। चीन से निर्यात होने वाला सामान भी वहीं अटक गया है।
अश्विनी शर्मा, करनाल
कोरोना वायरस के चलते स्थानीय बाजार पर इसका व्यापक असर आना शुरू हो गया है। चीनी आइटम में 20 से 30 प्रतिशत तक इजाफा हो चुका है। चीन के बंदरगाह बंद हैं। चीन से निर्यात होने वाला सामान भी वहीं अटक गया है। लिहाजा चीनी आइटम के रेट में दिन प्रतिदिन इजाफा होता जा रहा है। यदि कुछ ही दिन में स्थितियां नहीं बदलती हैं तो रेट दोगुने तक हो सकते हैं। इसके साथ ही चीनी सामान की कालाबाजारी की आशंका बढ़ गई है। इससे दुकानदार भी चितित हैं क्योंकि एकाएक सामान का मूल्य बढ़ जाने से लोग खरीददारी कम कर देंगे। जबकि पहले ही डिमांड की तुलना में सप्लाई कम है। होली पर असर नहीं पड़ने की संभावना
होली के त्योहार पर चीन से निर्यात बंद होने का कोई असर नहीं पड़ने की संभावना है। क्योंकि होली से करीब डेढ़-दो महीना पहले ही दिल्ली में होली से संबंधित सामान आना शुरू हो गया था। इसके बाद यह सामान यहां से आगे के शहरों तक पहुंचता है। दुकानदारों का कहना है कि होली से संबंधित रंग, पिचकारी, मुखौटे सहित तमाम आइटम आ चुके हैं। लिहाजा त्योहार पर फर्क नहीं पड़ेगा।
बाजार सामान्य होने में लगेगा वक्त : विकास
करनाल इलेक्ट्रिकल डीलर वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष विकास प्रभाकर ने कहा कि इलेक्ट्रिकल मार्केट से संबंधित अधिकतर सामान चीन से आता है। पीछे से माल आना बंद है। सप्लाई कम और डिमांड ज्यादा है। रेट और बढ़ने की उम्मीद है। चीन में हालात सुधरने के बाद सामान बनना बंद होगा। तब रेट सामान्य होंगे। अभी तक उनकी ट्रेड में 15 से 20 प्रतिशत तक दामों में उछाल है, जो आने वाले दिनों में और बढ़ेगा।
50 प्रतिशत तक बढ़ सकता है रेट : धवन
नेताजी सुभाष मार्केट एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक धवन ने कहा कि जूते-चप्पल से संबंधित चीन से कच्चा माल आता है। इसकी कीमतों में 20 प्रतिशत तक तेजी आ चुकी है। रेडिमेड सामान में भी 25 प्रतिशत का इजाफा है। जल्द स्थिति में सुधार नहीं आता तो रेट कुछ ही दिन में 50 प्रतिशत तक बढ़ सकता है।
दोगुना तक बढ़ सकते हैं रेट :
अनिल सरदाना
मोबाइल कंपनी के डिस्ट्रीब्यूटर अनिल सरदाना ने कहा कि मोबाइल फोन से संबंधित अधिकतर सामान चीन से आता है। मोबाइल मार्केट पूरी तरह चीन पर निर्भर है। हालांकि भारत में मोबाइल बनाने की यूनिट लग चुकी है, लेकिन एसेसरीज वहीं से आती है। अब 100 रुपये में मिलने वाला सामान 130 रुपये में मिल रहा है। यह सामान दिल्ली से आ रहा है। वहां माल की कमी है। इससे रेट दोगुने तक बढ़ सकते हैं।