राजकीय स्कूल में बच्चों को नहीं मिलता स्वच्छ पेयजल
एक तरफ प्रदेश सरकार सरकारी स्कूलों को स्थिति सुधारने के लिए दावे कर रही है।
संवाद सहयोगी, असंध : एक तरफ प्रदेश सरकार सरकारी स्कूलों को स्थिति सुधारने के दावे कर रही है। लेकिन जमीनी स्तर पर सभी दावे हवा हवाई नजर आ रहे है। सालवन गांव के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में बच्चो को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि स्कूल में पीने के पानी की व्यवस्था नहीं है। शौचालयों में गंदगी है। कांग्रेस नेता सुनील कौशिक ने बताया कि शिकायत मिलने पर स्कूल में जाकर देखा तो गंदगी का आलम था। टॉयलेट पूरी तरह गंदगी से भरे पड़े हैं। स्कूल के डीडीओ रविदर राणा ने बताया कि स्कूल में स्वीपर व चौकीदार की सीट खाली पड़ी है। छुट्टी होने के बाद बाहरी शरारती तत्व स्कूल में घुस जाते हैं और गंदगी फैलाते हैं। टॉयलेट के ऊपर रखी टंकी को शरारती तत्वों ने पत्थर मारकर तोड़ दिया। चौकीदार न होने की वजह से समस्या हो रही है। स्कूल के मेन गेट पर वाहन चालक सवारी बैठाने के लिए अपने वाहन खड़े रखते हैं, जिससे आने-जाने में दिक्कत होती है। उनको कई बार बोला भी जा चुका है, लेकिन वे झगड़ा करने पर उतारू हो जाते हैं। इसके लिए कई बार शिकायत भी की जा चुकी है।
उन्होंने बताया कि मेन सड़क होने के कारण इस पर वाहन चालक तेज गति से वाहन चलाते हैं, जिससे हादसे का डर बना रहता है। स्कूल का मेन गेट सड़क पर है। ब्रेकर न होने की वजह से कई बार हादसे हो चुके हैं। बच्चों की सुरक्षा के लिए ब्रेकर बनना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि विभाग को इन सभी समस्याओं के लिए लिखा गया है। खंड शिक्षा अधिकारी अश्विनी शर्मा ने बताया कि वह जल्द ही इस मामले को उच्च अधिकारियों के संज्ञान में लाकर स्कूल में चौकीदार की व्यवस्था और समस्या का समाधान करवाने की कोशिश करेंगे।