सीएचसी की सड़क टूटी, सुध लेने वाला कोई नहीं
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की खस्ताहाल सड़क कई सालों से अपने जीणोद्धार की बाट जोह रही है। सड़क की बजरी बाहर आ चुकी है और बड़े-बड़े गड्ढे पड़ चुके हैं। जर्जर हालात में सड़क के कारण हादसों का खतरा बना है।
संवाद सहयोगी, घरौंडा
कस्बे के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की खस्ताहाल सड़क कई सालों से अपने जीणोद्धार की बाट जोह रही है। सड़क की बजरी बाहर आ चुकी है और बड़े-बड़े गड्ढे पड़ चुके हैं। जर्जर हालात में सड़क के कारण हादसों का खतरा बना है। अस्पताल की इस गंभीर समस्या की ओर ना तो शासन का ध्यान है और न ही प्रशासन का। अस्पताल में मरीज आते हैं और सड़क के हालात देखकर सरकार को कोसने लगते हैं। उच्चाधिकारी इस ओर से आंखें मूंदे बैठे हैं। इससे अस्पताल में आने वाले मरीजों में विभागीय अधिकारियों के प्रति रोष है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की सड़क पिछले करीब दो वर्ष से जर्जर अवस्था है। सीएचसी में प्रतिदिन सैकड़ों मरीजों का आवागमन होता है। शहरवासी रजत कुमार, राममेहर राम, सुनील कुमार, मलखान, सुमित कुमार, राकेश सैनी, प्रदीप कुमार, अंकुश, रोहताश, सुरेंद्र का कहना है कि बीते करीब पौने दो वर्ष से सीएचसी के मेन गेट से लेकर आपातकालीन विभाग के गेट तक डेढ़ सौ मीटर लंबे परिसर में बनाई गई सड़क पूरी तरह से जर्जर हो गई थी। इस दौरान न जाने कितने मरीज परिसर में बिखरी पड़ी इन रोड़ियों पर फिसलने के बाद चोटिल हो चुके हैं। शहरवासियों का कहना है कि वैसे तो सरकार विकास विकास करते नही थक रही, लेकिन महज 150 मीटर का यह टुकड़ा ठीक नही हो पा रहा है। वर्जन-
सड़क के लिए एस्टीमेट बनाकर भेजा हुआ है। इसके बाद ही सड़क का निर्माण हो पाएगा।
डॉ. कुलबीर ¨सह, एसएमओ, घरौंडा।