परमात्मा की आज्ञाओं पर चलने से मनुष्य बन सकता है देवता स्वरूप : राम लखन
ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की सेक्टर छह स्थित शाखा में माउंट आबू मुख्यालय से ब्रह्माकुमार भ्राता राम लखन पहुंचे। स्थानीय प्रशासिका राजयोगिनी ब्रह्मकुमारी प्रेम दीदी ने उनका स्वागत किया। श्रद्धालुओं के साथ ईश्वरीय ज्ञान पर चर्चा की गई। शीतल बहन ने तेरे रूहानी नैन, दिल को सुकून देते हैं. गीत की प्रस्तुति दी।
जागरण संवाददाता, करनाल : ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की सेक्टर छह स्थित शाखा में माउंट आबू मुख्यालय से ब्रह्माकुमार भ्राता राम लखन पहुंचे। स्थानीय प्रशासिका राजयोगिनी ब्रह्मकुमारी प्रेम दीदी ने उनका स्वागत किया। श्रद्धालुओं के साथ ईश्वरीय ज्ञान पर चर्चा की गई। शीतल बहन ने तेरे रूहानी नैन, दिल को सुकून देते हैं. गीत की प्रस्तुति दी।
रामलखन ने कहा कि भारत की धरती में प्रकाश समाया हुआ है। शिव बाबा पुन: भारत को स्वर्ग बनाने आए हैं। उन्होंने कहा कि आत्मा को सुप्रीम पावर हाउस परमात्मा से जोड़ दो शक्ति भर जाएगी। जब प्रसाद प्रभु याद में बनाया जाता है, वह अमृत बन जाता है और स्वादिष्ट होता है।
उन्होंने कहा कि हीरा जब खान से निकाला जाता है मैला होता है। तराशने के बाद ही उसमें चमक आती है। परमात्मा की आज्ञाओं पर चलने से मनुष्य भी देवता स्वरूप बन सकता है। जितना हम अपने आपको रूद्र ज्ञान यज्ञ में स्वाहा करते हैं, उतना ही हमारा जीवन पवित्र बनता है।
इस अवसर पर मेहर चंद, शिक्षा, शिविका, पंकज, सुनीता मदान, छवि चौधरी, विमल मेहता, संतोष वर्मा, हरिकृष्ण नारंग, हरिकृष्ण नारंग, आरके राणा, डीडी शर्मा, जगदीश कादियान, मो¨हदा, रामलाल कटारिया, एनएल वर्मा व रमेश मौजूद रहे।