नगरपालिका की बैठक में बजट पास, विकास फेल
नगरपालिका में वार्षिक बजट को लेकर बैठक आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता नगरपालिका सचिव पवित्र गुलिया ने की। नपा चेयरमैन रेखा कबीरपंथी एवं नपा उपचेयरमैन पंकज गोयल ने शहर के विकास कार्यों पर चर्चा की।
रोहित लामसर, तरावड़ी : नगरपालिका में वार्षिक बजट को लेकर बैठक आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता नगरपालिका सचिव पवित्र गुलिया ने की। नपा चेयरमैन रेखा कबीरपंथी एवं नपा उपचेयरमैन पंकज गोयल ने शहर के विकास कार्यों पर चर्चा की। बैठक में पहुंचे पार्षदों ने नई कालोनियों में विकास न होने से नाराजगी जाहिर की। इस दौरान सचिव पवित्र गुलिया ने नगरपालिका वित्त वर्ष के लिए 8 करोड़ 81 लाख 93 हजार के बजट का प्रस्ताव पास किया। पार्षदों ने प्रस्ताव पर सहमति की मोहर लगा दी।
नपा सचिव पवित्र गुलिया ने बताया कि नगरपालिका वित वर्ष 19-20 के लिए 8 करोड़ 81 लाख 93 हजार का बजट रखा। शहर मे स्ट्रीट लाइट की मरम्मत का जल्द की काम शुरू हो जाएगा। इसके टेंडर लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए 5 लाख रुपये का बिजली का सामान आ चुका है। प्रत्येक वार्ड मे एक-एक बड़ी मास्क लाइट लगाई जाएगी।
इधर शहरवासियों ने नगरपालिका की बैठक को लेकर नाराजगी जाहिर की। उनका कहना है कि नगरपालिका द्वारा बैठकें कर बजट तो पास हो जाता है, लेकिन विकास कार्य लटक जाते हैं। टेंडर पास होने के बावजूद कई-कई महीनों तक काम ही शुरू नहीं हो पाता। वह नगरपालिका के चक्कर पर चक्कर काटते हैं, लेकिन काम शुरू नहीं हुआ। अंजनथली रोड पर रहने वाले राकेश मान ने बताया कि यहां पर इंटरलॉ¨कग टाइल लगवाई गई, लेकिन कुछ ही दिनों में उखड़नी शुरू हो गई, क्योंकि रेत की जगह पर पुरानी निकली मिट्टी लगाकर टाइल बिछा दी गई। गुरुद्वारा रोड पर रहने वाले धर्म¨सह तरावड़ी, संदीप, गोलू, नीटू ने बताया कि नालियों के ऊपर स्लैब बिछाई गई थी, जो सफाई करने के लिए उतार दी गई, लेकिन दो माह बीतने के बावजूद स्लैब नहीं बिछाई गई। सड़क के बीच में पड़ी यह स्लैब हादसों का कारण बन रही है, जिससे लोगों में गहरा रोष पनप रहा है। शहरवासियों का कहना है कि नगरपालिका प्रशासन को चाहिए कि वह पहले पिछले रूके पड़े विकास कार्यों को पूरा करें, लेकिन पिछले विकास कार्य अधूरे पड़े रहते हैं, जिसके बाद आगे के टेंडर पास किए जाते हैं। फिर वही काम लटक जाते हैं।
अधिकतर वार्डों की स्ट्रीट लाइट खराब
शहरवासी जितेंद्र, म¨हद्र, रोनक, दिनेश, रामदित्ता, बृजपाल, सतीश पंवार ने बताया कि शहर के अधिकतर वार्डों में स्ट्रीट लाइटों की हालत खस्ता है। कई जगहों पर स्ट्रीट लाइट लगवाई ही नहीं गई तो कई जगहों पर जगती ही नहीं। उन्होंने बताया कि स्ट्रीट लाइट न जगने के कारण शाम होते ही अंधेरा छा जाता है, जिससे आने-जाने वाले लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
समान रूप से नहीं विकास
शहर की अधिकतर गली की महिलाओं ने भी नपा के खिलाफ रोष जाहिर करते हुए कहा कि नगरपालिका द्वारा चहेतों के कार्य करवाए जा रहे हैं। समान रूप से विकास नहीं हो रहा है। उन्होंने बताया कि हमारी गली में आज तक भी कुर्सियां नहीं बिछाई गई। कई-कई बार नगरपालिका प्रशासन को कुर्सियों के लिए कहा गया है, लेकिन नगरपालिका प्रशासन जरा भी सुनवाई नहीं कर रहा है।
दयानगर बस्ती में टूटी नालियां
दयानगर बस्ती के हालात बद से बदतर हैं। गलियां नीची तो नालियां ऊंची हैं। नालियों का पानी गलियों में भर जाता है। बरसात के दिनों में तो स्थिति और ज्यादा दयनीय हो जाती है। जिसके कारण वार्डवासियों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है। स्थानीय निवासियों ने कहा कि आज तक भी किसी भी नगरपालिका कर्मचारी ने यहां आकर मौका मुआयना तक नहीं किया।
जनस्वास्थ्य को सीवरेज डालने के लिए पत्र व नक्शे की कॉपी दे दी गई है। सीवरेज व्यवस्था के बाद विकास कार्य शुरू होंगे। उन्होने कहा कि सभी पार्षदों के साथ मिलकर एकजुटता के साथ विकास करवाया जाएगा। किसी भी वार्ड में विकास की कमी नहीं रहने दी जाएगी।
पवित्र गुलिया, सचिव नगर पालिका