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हरियाणा व उत्तर प्रदेश के अधिकारियों में ठनी

संवाद सहयोगी, इंद्री : यमुना नदी क्षेत्र की जमीन के विवाद को लेकर हरियाणा व उत्तर प्रदेश के

By JagranEdited By: Published: Sun, 09 Jul 2017 03:00 AM (IST)Updated: Sun, 09 Jul 2017 03:00 AM (IST)
हरियाणा व उत्तर प्रदेश के अधिकारियों में ठनी
हरियाणा व उत्तर प्रदेश के अधिकारियों में ठनी

सहारनपुर के नक्कुड़ पुलिस थाने में दर्ज मामले में अभी नहीं हुई है किसी की गिरफ्तारी

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संवाद सहयोगी, इंद्री :

यमुना नदी क्षेत्र की जमीन पर कब्जे को लेकर हरियाणा और उप्र के अधिकारी आमने-सामने नजर आ रहे हैं। जहां सहारनपुर पुलिस तहसीलदार सहित 22 लोगों पर केस दर्ज कर चुकी है, वहीं करनाल के प्रशासनिक अधिकारी इस मामले को झूठा बताते हुए एफआइआर रद करने के लिए पुलिस से कह रहे हैं। हालांकि अभी तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। दोनों प्रदेशों के अधिकारियों में इसे लेकर वार्ता भी चल रही है। वहीं दूसरी ओर यमुना की विवादित जमीन को लेकर दोनों प्रदेशों के किसानों के बीच संघर्ष के आसार बने हुए हैं।

यूपी के नक्कुड़ थाना की पुलिस मामले की जांच कर रही है और पुलिस ने अपने क्षेत्र के ग्रामीणों की शिकायत पर इंद्री के तहसीलदार, अधिकारियों, कर्मचारियों समेत कईयों पर विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर रखा है। वहीं इंद्री उपमंडल प्रशासन की यूपी के अधिकारियों से बातचीत भी चल रही है और यूपी के अधिकारियों को बोला जा रहा है कि आपके लोगों द्वारा यह झूठा मामला दर्ज करवाया गया है, इस एफआइआर को रद किया जाए, लेकिन यूपी प्रशासन इस मामले में अपनी टांग ऊपर रखने का प्रयास कर रहा है। इंद्री के अधिकारियों के अनुसार इस मामले से संबंधित सभी कार्रवाई के कागजात इंद्री प्रशासन के पास उपलब्ध हैं और दोनों प्रदेशों के अधिकारियों की संयुक्त बैठकों का पूरा रिकॉर्ड इंद्री प्रशासन के पास है, जिनमें दोनों प्रदेशों के अधिकारियों की बैठकों में उनकी उपस्थिति दर्ज है। लेकिन यूपी प्रशासन हमारे अधिकारियों की बात को झुठला रहा है और अपने लोगों को ही सही बता रहा है।

70 एकड़ जमीन का मामला

इंद्री के तहसीलदार नरेश गौतम ने बताया कि हरियाणा व उत्तर प्रदेश की सीमा पर लगते चौगांवा गांव के किसानों की करीब 70 एकड़ जमीन पर उत्तर प्रदेश के लोगों ने कब्जा कर रखा था। कानूनी तरीके से कार्रवाई करके उस जमीन में पिलर गाड़कर यहां के किसानों को कब्जा दिलवा दिया था। कार्रवाई हरियाणा व उत्तर प्रदेश प्रशासन की सहमति व देखरेख में हुई थी। जिसमें प्रशासन ने खुद उनको ड्यूटी मेजिस्ट्रेट नियुक्त करके मौके पर भेजा था।

हमारे अधिकारी नहीं थे शामिल: नक्कुड़ थाना प्रभारी

जिला सहारनपुर (उत्तर प्रदेश) के नक्कुड़ पुलिस कोतवाली के प्रभारी संजय वर्मा ने बताया कि जिला सहारनपुर के बादी गांव के ग्रामीणों की शिकायत पर हरियाणा के कुछ अफसरों सहित 50-60 लोगों पर एफआइआर दर्ज की गई है, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। शिकायकर्ता ग्रामीणों ने आरोप लगाया हुआ है कि हरियाणा के कुछ अफसरों, कर्मचारियों व अन्य लोगों ने मिलकर उनकी फसल उजाड़ दी और जमीन पर जबरदस्ती कब्जा कर लिया है। जब प्रभारी से कहा गया कि हरियाणा के इंद्री प्रशासन व यूपी के प्रशासनिक अधिकारियों ने ज्यादातर कार्रवाई संयुक्त रूप से की और इंद्री में दोनों प्रदेशों के अधिकारियों की संयुक्त बैंठकें भी हुई। इस पर प्रभारी ने कहा कि जमीन पर कब्जा दिलवाने की कार्रवाई में उनके अधिकारी शामिल नहीं थे, हरियाणा वाले खुद कार्रवाई करके चले गए।

बॉक्स:

गलत दर्ज की गई एफआइआर, रद करवाने के लिए यूपी अधिकारियों से चल रही है बातचीत: एसडीएम इंद्री

इंद्री की एसडीएम मनीषा शर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश के नक्कुड़ एसडीएम एवं अधिकारियों से बात हुई है और बातचीत चल भी रही है, उनसे कहा गया है कि आपकी लोगों की ओर से यह गलत कार्रवाई की गई है, हमारे लोगों पर गलत एफआइआर दर्ज कर दी गई है इसको रद करवाया जाए। वहां के एसडीएम का ट्रांसफर हो गई है और वर्तमान एसडीएम से बात हुई है। उन्हें पूरे मामले से अवगत करवा दिया गया है। उनसे मामले पर विस्तार से चर्चा हुई है। पिछले दिनों बरसात होने की वजह से इसमें कुछ देरी हो रही है, क्योंकि यमुना नदी क्षेत्र की उस जमीन में पानी आ गया है। मनीषा शर्मा ने कहा कि इस मामले में हम पूरी तरह से गंभीर हैं लेकिन यूपी प्रशासन गंभीर नहीं है। वहां के रेवेन्यू अधिकारियों की ग्रामीणों के साथ मिलीभगत है और उनके द्वारा गलत एफआइआर दर्ज की गई है। वहां के रेवेन्यू अधिकारी अपने उच्चाधिकारियों को भी गुमराह कर रहे हैं। हमने उन्हें बोल दिया है कि मामले से संबंधित हमारे सभी कागजात चैक कर लें।


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