वन विभाग का रकबा बढ़ा, शहरवासियों को मिलेगा पर्यावरण
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जागरण संवाददाता, करनाल : विकास के नाम पर लाखों पेड़ों की कटाई से प्रभावित वातावरण के लिए राहत भरी खबर है। 38 ग्राम पंचायतों ने करीब 200 एकड़ जमीन जिला वन विभाग को 20 साल के लिए सौंपी है। इससे वन विभाग का रकबा 7700 हैक्टेयर से अधिक हो गया है।वन विभाग का रकबा बढ़ने से लगाए गए पौधों से शहरवासियों को प्रदूषण से निजात मिलेगी। वन विभाग के अतर्गत 11 लाख पेड़ बताए जा रहे हैं जबकि इस वर्ष तीन लाख का इजाफा होने की उम्मीद है। डीएफओ नरेश कुमार रंगा ने बताया कि प्रदेश सरकार के पौधारोपण अभियान को लेकर पंचायतों ने सहयोग किया है। पंचायतों की ओर से मिलने वाली जमीनों पर पौधारोपण से हरियाली का दायरा भी बढ़ा है। इस दौरान मुख्यालय से मिले लक्ष्य के अनुसार तीन लाख पौधों का रोपण करना भी है।
पिछले वर्ष के मुकाबले हरियाली में इजाफा
मिली जानकारी के अनुसार वन विभाग की ओर से पेड़ों की संख्या पांच साल बाद की जाती है जोकि इस वर्ष होनी है। एक अप्रैल से वृक्षों की गणना के लिए तैयारी शुरू कर दी गई है। अधिकारियों की मानें तो इस बार करीब तीन लाख वृक्षों की संख्या बढऩे की संभावना है। जिला वन अधिकारी नरेश रंगा ने बताया कि पिछले 5 साल पहले जिन पौधों को वन विभाग ने लगाया था, लगातार उनकी देखभाल की जा रही थी। अब उन पौधों की गणना करवाई जाएगी, जिससे पता चलेगा कि कितने पौधे पेड़ बन चुके हैं। इस बार करीब तीन लाख पेड़ों की संख्या में इजाफा होने के आसार हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक नागरिक को वातावरण के प्रति गंभीर होना जरूरी है। लोगों की जागरूकता के कारण ही पंचायत प्रतिनिधियों ने पहल दिखाई है। कोरोना के चलते स्कूलों में जागरूकता कार्यक्रम नहीं चलाए जा सके हैं, लेकिन पंचायत स्तर पर लगातार विभाग जागरूक कर रहा है।