अधिकार मांगने से नहीं छीनने से मिलता है : अजय चौटाला
सेक्टर-12 स्थित जाट भवन में पहुंचे इनेलो के प्रधान महासचिव बोले-इनेलो जनता की पार्टी है जागरण्
सेक्टर-12 स्थित जाट भवन में पहुंचे इनेलो के प्रधान महासचिव बोले-इनेलो जनता की पार्टी है जागरण संवाददाता, करनाल
सेक्टर-12 स्थित जाट भवन में कार्यकर्ता सम्मेलन में पहुंचे इनेलो के प्रधान महासचिव अजय ¨सह चौटाला ने कहा कि अधिकार मांगने से नहीं छीनने से मिलता है। इंडियन नेशनल लोकदल किसी के बाप की बपौती नहीं, आम जन की पार्टी है। जनता जो फैसला करेगी, उसके अनुरूप फैसला होगा। उन्होंने कहा कि पांच नवंबर को जेल से बाहर आने के बाद ही फैसला लिया था कि कार्यकर्ताओं से बातचीत करेंगे। उसी कड़ी में वह कार्यकर्ताओं से मिल रहे हैं। 17 नवंबर को जींद में प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है। यहीं से देवीलाल ने संघर्ष का बिगुल फूंका था। अधिकार की इस लड़ाई के लिए उन्होंने किरदार दुर्योधन का जिक्र किया।
डॉ. अजय चौटाला ने अभय का नाम तो नहीं लिया, लेकिन बातों ही बातों में उनको दुर्योधन की संज्ञा दी और बोले-मैंने उनको कह दिया। दुर्योधन अब हम जाते हैं। अंतिम संकल्प सुनाते हैं। याचना नहीं अब रण होगा। जीवन भोग या मरण होगा। दुर्योधन तू धराशायी होगा अहिंसा का उत्तरदायी होगा। ये बात सुनकर कार्यकर्ताओं ने डॉ. अजय चौटाला ¨जदाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए। इस दौरान राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. केसी बांगड़, राष्ट्रीय महासचिव बृज शर्मा, विधायक पृथ्वी ¨सह नंबरदार, पूर्व डिप्टी मेयर मनोज वधवा मौजूद रहे। डॉ. अजय चौटाला ने कहा कि उन लोगों की बात पर तरस आता है जो हमें चैलेंज करते हैं, और उनके पास कार्यकर्ता होने की रसीद तक नहीं है। उससे ज्यादा दुख की बात यह है कि उन्हें कांग्रेसी तक बताते हैं, लेकिन शायद इस तरह के आरोप लगाने वालों को पता नहीं है कि देवीलाल और ओमप्रकाश चौटाला भी कांग्रेसी थे। लेकिन जब जनभावनाएं कांग्रेस ने नहीं समझी तो वे कांग्रेसी नहीं रहे। अर्से से कार्यकर्ता हो रहे अपमानित
डॉ. अजय चौटाला ने कहा कि काफी समय से कार्यकर्ताओं के सम्मान में कोताही की जा रही है। बहुत सारे साथी अपमानित हुए। वह मायूस होकर मेरे पास आए तो मैंने उनको गले लगाया। आंसू पोछे। उन्होंने कार्यकर्ताओं को भरोसा दिलाया कि उनके सम्मान को किसी भी प्रकार की हानि नहीं होने देंगे। इन कार्यकर्ताओं ने बनाई दूरी
इनेलो के जिलाध्यक्ष यशवीर राणा कुक्कू, नीलोखेड़ी के पूर्व विधायक मामूराम गोंदर, इनेलो नेता ओमप्रकाश सलूजा, असंध से धर्मबीर पाढ़ा शामिल नहीं हुए।