इंडो इजराइल सब्जी उत्कृष्टता केंद्र में ग्रेडिग और शोर्टिग यूनिट में होंगी उन्नत फसलें
बागवानी विभाग प्रदेश के सब्जी उत्पादक किसानों को हाईटेक बनाने की दिशा में काम कर रहा है। इससे किसानों को फसल बेचने में आसानी होगी।
संवाद सहयोगी, घरौंडा(करनाल) : बागवानी विभाग प्रदेश के सब्जी उत्पादक किसानों को हाईटेक बनाने की दिशा में काम कर रहा है। गुणवत्ता को लेकर सब्जी बाजार में निजी कंपनियों को मिल रही प्रतिस्पर्धा को देखते हुए विभाग किसानों को सब्जियों की ग्रेडिग, वाशिग और शोर्टिग की आधुनिक तकनीक की सुविधा देने जा रहा है। पहली बार घरौंडा इंडो-इजराइल केंद्र में करीब 90 लाख की लागत से ग्रेडिग व शोर्टिंग यूनिट लगाई जा रही है। इस यूनिट की स्थापना से छोटे व स्थानीय किसानों को अपने उत्पाद बड़ी कंपनियों तक पहुंचाने में आसानी होगी और किसानों को उनकी फसल के अच्छे दाम भी मिलेंगे।
स्थानीय सब्जी उत्पादक किसानों की सब्जियां अब बड़े ब्रांड की कम्पनियों तक पहुंच सकेगी, जिससे किसानों को उनकी फसल का बेहतर भाव मिलेगा। फिलहाल तक सब्जी उगाने वाले किसान गुणवत्ता व जानकारी के अभाव में स्थानीय मंडियों में ही अपनी सब्जियां बेचते है। किसानों के पास सब्जियों की ग्रेडिग व शोर्टिंग करने के साधन उपलब्ध नहीं है। लिहाजा उन्हें फसल का अच्छा भाव नहीं मिलता। करीब 90 लाख की लागत से बनने वाली इस यूनिट में सब्जियों की छटाई व अलग-अलग साइज में बांटने के लिए अत्याधुनिक मशीनें लगाई जाएगी।
अगस्त में होगा ट्रायल शुरू
बागवानी विभाग के अधिकारियों के मुताबिक जुलाई माह के अंत तक पैक हाउस यूनिट का काम पूरा हो जाएगा। मशीनें अन्य उपकरण लगने के बाद अगस्त माह में ट्रायल के तौर पर यूनिट शुरू की जाएगी। एक माह के ट्रायल के बाद पैक हाउस किसानों के लिए उपलब्ध होगा।
ग्रेडिग के बाद पैकिग की दिशा में भी होगा काम
केंद्र के अधिकारियों के मानें तो फिलहाल यूनिट में फसल उत्पादों की ग्रेडिग, वॉशिग व शार्टिग का काम किया जाएगा। यदि भविष्य में पैकिग यूनिट की आवश्यकता पड़ती है तो उस दिशा में भी कार्य किया जाएगा। वर्जन-
बागवानी विभाग फसल समूह विकास कार्यक्रम के तहत सेंटर पर पैक हाउस का निर्माण करा रहा है। जिसका कार्य जल्द ही पूरा हो जाएगा और अगले माह ट्रायल के बाद किसानों को इसका फायदा मिल सकेगा। किसान अपनी फसल को अपने ब्रांड से बेच सकें, उसी दिशा में उद्यान विभाग कार्य कर रहा है। यूनिट के बाद थोक व्यापारियों को भी एक ही गुणवत्ता की सब्जियां एक ही स्थान से मिल सकेगी।
-दीपक कुमार, उपनिदेशक, बागवानी हरियाणा।