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एनआरआइ से धोखाधड़ी के मामले में आइजी से मिले सामाजिक कार्यकर्ता

जागरण संवाददाता करनाल एनआरआइ वृद्व के साथ धोखाधड़ी के मामले में करीब ढाई साल से कोई कार्रवाई पुलिस द्वारा न किए जाने के चलते सामाजिक कार्यकर्ताओं में भी रोष बना हुआ है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 07 Jul 2020 05:52 PM (IST)Updated: Tue, 07 Jul 2020 05:52 PM (IST)
एनआरआइ से धोखाधड़ी के मामले में आइजी से मिले सामाजिक कार्यकर्ता
एनआरआइ से धोखाधड़ी के मामले में आइजी से मिले सामाजिक कार्यकर्ता

जागरण संवाददाता, करनाल : एनआरआइ से कथित धोखाधड़ी के मामले में करीब ढाई साल से कोई कार्रवाई न होने के चलते सामाजिक कार्यकर्ताओं में रोष है। युवा बोलेगा मंच के बैनर तले जेपी शेखुपुरा के नेतृत्व में दर्जनों लोग आइजी भारती अरोड़ा से मिले और आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की गुहार लगाई। आइजी ने कार्रवाई का भरोसा दिया है।

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पत्रकारों से वार्ता में शेखुपुरा ने आरोप लगाते हुए बताया कि मृत एनआरआइ हरभजन सिंह राणा की करीब पांच करोड़ की एफडी की राशि बैंक प्रबंधक से मिलकर एक दंपती एडवोकेट ने हड़प ली थी। उसकी अन्य संपत्ति हड़पने के लिए फर्जी वसीयतनामा तैयार किया। पीड़ित बुजुर्ग की इंग्लैंड में रह रही बेटी रविद्र करास ने पुलिस में करीब ढाई साल पहले शिकायत की। कार्रवाई न होने पर एसपी को शिकायत दी थी, जिसके बाद सात आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया लेकिन आज तक आरोपितों पर कार्रवाई नहीं की गई। पीड़ित हरभजन राणा की मौत हो चुकी है। वह इंग्लैंड से चीफ इंजीनियर पद से सेवानिवृत हुए थे। उन्होंने बताया कि वे वृद्धावस्था में करनाल के सेक्टर सात में रहने लगे थे, जहां एडवोकेट दंपती ने पहले उनसे मेलजोल बढ़ाया और फिर अन्य लोगों से मिलकर कथित ठगी को अंजाम दिया। उन्होंने कहा कि इतने बड़े मामले में पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ आज तक कार्रवाई नहीं की है। यह चितनीय है।


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