किसानों के प्रति द्वेष भावना से न हो कार्रवाई: हुड्डा
संवाद सहयोगी घरौंडा जगह-जगह धरनारत किसानों के बीच पहुंचकर उन्हें समर्थन दे रहे पूर्व
संवाद सहयोगी, घरौंडा: जगह-जगह धरनारत किसानों के बीच पहुंचकर उन्हें समर्थन दे रहे पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा शनिवार को बसताड़ा टोल पहुंचे। उन्होंने किसानों से बातचीत की और सरकार के रवैये पर चिता जाहिर की। उन्होंने कहा कि अन्नदाता कठोर परिस्थितियों का सामना करते हुए बड़ा आंदोलन चला रहे हैं। लेकिन सरकार उनकी बातें सुनने की बजाए अनदेखी, उकसावे और तानाशाही का रवैया अपनाए हुए है।
हुड्डा ने मुख्यमंत्री की किसान महापंचायत का विरोध करने वाले किसानों पर दर्•ा मुकदमे वापिस लेने की मांग की। उन्होंने बताया कि वो लगातार प्रदेशभर में धरना दे रहे किसानों के बीच जा रहे हैं। किसान सरकार से किसी तरह का टकराव नहीं चाहते हैं। लेकिन मुख्यमंत्री केंद्र और किसानों के बीच जारी बातचीत के नतीजे का इंतजार किए बिना किसान महापंचायत करके किसानों को उकसाने का काम कर रहे हैं। करनाल के कैमला गांव में जो हुआ उसके लिए सरकार जिम्मेदार है, ना कि किसान। सरकार को किसानों के प्रति द्वेष भावना कार्रवाई नहीं करनी चाहिए।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि किसान पूरी तरह अनुशासित और शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन चला रहे हैं। इसके बावजूद सरकार अन्नदाता की कुर्बानियों के प्रति संवेदनहीन बनी है। इस मौके पर पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा, पूर्व विधायक राकेश कम्बोज, सुमिता सिंह, पूर्व प्रदेश सचिव रघुबीर संधू, हरिराम सांभा व राजीव सैन मौजद रहे।
प्रदेश की पूर्व मंत्री किरण चौधरी ने कहा कि केंद्र सरकार अपने मकसद के लिए आन्दोलन कर रहे किसानों को धोखा देकर बांटने के प्रयास कर रही है। कृषि कानूनों का असर किसानों ही नहीं बल्कि आम लोगों की थाली पर भी पड़ेगा। पूर्व मंत्री हाईवे के टोल पर जारी किसानों के आन्दोलन को समर्थन देने पहुंची थीं। उन्होंने कहा कि किसानों के खिलाफ उठाये जा रहे केंद्र सरकार के कदम अनुचित हैं। बसताड़ा टोल पर किसानों का धरना प्रदर्शन व क्रमिक भूख हड़ताल 23वें दिन भी जारी रही। शनिवार दोपहर पूर्व मंत्री किरण चौधरी व पूर्व सांसद श्रुति चौधरी किसानों के बीच पहुंचीं। धरनास्थल पर पहुंची कांग्रेसी नेत्री किरण चौधरी ने किसानों का हौसला बढ़ाया। इस दौरान कांग्रेस पार्टी के प्रदेश सचिव बलवान सैन, पंकज पुनिया, प्रवेश पुनिया, बारू राम, दिनेश सैन मौजूद रहे।