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खंड के बिना मान्यता प्राप्त 82 स्कूलों पर कार्रवाई तेज

शिक्षा विभाग ने गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों पर कार्रवाई के लिए अभियान तेज कर दिया है। खंड में बिना मान्यता के चल रहे 82 स्कूलों का चयन किया गया है। ये स्कूल शहर की कॉलोनियों और गलियों में चल रहे हैं लेकिन विभाग अब इनकी मान्यता याद आई है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 09 Jul 2019 08:12 AM (IST)Updated: Tue, 09 Jul 2019 08:12 AM (IST)
खंड के बिना मान्यता प्राप्त 82 स्कूलों पर कार्रवाई तेज
खंड के बिना मान्यता प्राप्त 82 स्कूलों पर कार्रवाई तेज

जागरण संवाददाता, करनाल : शिक्षा विभाग ने गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों पर कार्रवाई के लिए अभियान तेज कर दिया है। खंड में बिना मान्यता के चल रहे 82 स्कूलों का चयन किया गया है। ये स्कूल शहर की कॉलोनियों और गलियों में चल रहे हैं, लेकिन विभाग अब इनकी मान्यता याद आई है। वर्षों से चल रहे इन स्कूलों पर कार्रवाई शिक्षा अधिकारी अपनी सतर्कता से नहीं कर रहे बल्कि मुख्यालय के आदेश पर मजबूरन करनी पड़ रही है। कार्रवाई के डर से स्कूल संचालकों ने अपने बोर्ड तक उतार दिए हैं। विभाग के अधिकारी अभी तक 25 स्कूल संचालकों से शपथ पत्र प्राप्त कर चुके हैं।

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आठ हजार से अधिक बच्चों की शिक्षा प्रभावित

अधिकारियों की मानें तो पांचवीं तक के मान्यता प्राप्त स्कूल आठवीं तक, आठवीं तक के दसवीं और दसवीं तक के बारहवीं के बच्चों को शिक्षा दे रहे हैं। इसके अलावा, मान्यता प्राप्त स्कूलों के साथ सेटिग करके घरों में बच्चों को शिक्षा बांटने वालों पर शिकंजा कसा जा रहा है। कुछ स्कूलों के पास हिदी मीडियम की मान्यता प्राप्त है, लेकिन वे अंग्रेजी माध्यम से बच्चों से मोटी फीस वसूल रहे हैं। कोचिग सेंटर की आड़ में चलने वाले स्कूलों पर भी विभाग के अधिकारी कार्रवाई करे के मूड में हैं। बताना चाहेंगे कि यहां उन स्कूल संचालकों को रियायत दी गई है जिनके दस्तावेज मान्यता प्राप्त के लिए कार्यालय में जमा हो चुके हैं।

बच्चों के भविष्य की चिता

करनाल खंड में बिना मान्यता प्राप्त स्कूलों की संख्या 82 है। अधिकारियों के अनुसार ऐसे स्कूलों में आठ हजार से अधिक बच्चे शिक्षा ले रहे हैं और किसी सूरत में कार्रवाई को नहीं रोका जा सकता है। इन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की भविष्य के बारे में बात की जाए तो उनकी शिक्षा प्रभावित हो गई है। जानकारी मिली है कि इन स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को अब सरकारी स्कूलों या मान्यता प्राप्त प्राइवेट स्कूलों में भेजा जा रहा है। अभिभावकों के अनुसार बच्चों को स्कूलों दाखिला दिलावा बढ़ी चुनौती है। अगर दाखिला मिलता है तो मोटी फीस अदा करनी पड़ेगी और पिछले पाठ्यक्रम को कवर करने में भी मुश्किल आएगी।

धीमी गति से चल रही कार्रवाई

20 जून को जारी पत्र में याद कराया गया है कि बिना मान्यता प्राप्त स्कूलों पर 13 जून तक कार्रवाई पूरी करके रिपोर्ट भेजी जानी थी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। इसके बाद 21 जून तक हर हाल में रिपोर्ट भेजने के लिए कहा गया था। तिथिबद्ध कार्रवाई पूरी करने के निर्देश के बावजूद खंड के अधिकारी अभी तक कार्रवाई को अभी तक पूरा नहीं कर सके हैं।

वहीं, खंड अधिकारी चंद्रेश विज ने बताया कि विभाग के आदेश पर खंड में चल रहे बिना मान्यता प्राप्त 82 स्कूलों में कार्रवाई की जा रही है। स्कूल संचालक अगर दस्तावेज पूरे करता है तो उसे रियायत दी जा रही है अन्यथा बिना मान्यता के शिक्षा न देने का शपथ-पत्र लिया जा रहा है।


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