छह स्कूलों की 34 बसें जांची, 9 में खामी मिलने पर चालान
सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी के तहत आरटीए टीम ने शुक्रवार को नीलोखेड़ी खंड के छह स्कूलों की 34 बसों को जांचा। इनमें से 9 में खामियां मिली, जिनके टीम ने मौके पर ही चालान किए। इसके अलावा स्कूल संचालकों को नोटिस भी जारी किया गया है कि वे जल्द ही अपनी बसों को दुरुस्त कराएं। अन्यथा इन्हें इंपाउंड कर दिया जाएगा।
जागरण संवाददाता, करनाल : सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी के तहत आरटीए टीम ने शुक्रवार को नीलोखेड़ी खंड के छह स्कूलों की 34 बसों को जांचा। इनमें से 9 में खामियां मिली, जिनके टीम ने मौके पर ही चालान किए। इसके अलावा स्कूल संचालकों को नोटिस भी जारी किया गया है कि वे जल्द ही अपनी बसों को दुरुस्त कराएं। अन्यथा इन्हें इंपाउंड कर दिया जाएगा।
जांच टीम का नेतृत्व कर रहे इंस्पेक्टर जो¨गद्र ढुल ने बताया कि नौ बसों में से एक में सीसीटीवी कैमरा, दो में महिला अटेंडेंट, दो पर फस्ट एड बॉक्स, एक बस में कंडक्टर नदारद मिला जबकि एक बस बिना अग्निशमन यंत्र और दो बिना एचएसआरपी के चलती पाई गई।
मॉकड्रिल में फेल रहे चालक
जांच के दौरान बसों के चालकों व परिचालकों से आग बुझाने की मॉकड्रिल कराई गई। इस दौरान कई चालक अग्निशमन यंत्र चलाने में फेल रहे। इसके बाद उन्हें इसे चलाने की ट्रे¨नग भी दी गई।
अभिभावकों का जागरूक होना जरूरी : एडीसी
आरटीए सचिव एवं एडीसी निशांत कुमार यादव ने बताया कि बच्चों की सुरक्षा से समझौता नहीं किया जा सकता। सख्ती के बाद भी लोग अपने बच्चों को ऐसे थ्री व्हीलरों में स्कूल भेज रहे हैं, जो ओवरलोड होकर चलते हैं। उन्होंने अभिभावकों को भी जागरूक होने का आह्वान किया।