29 महिला अतिथि अध्यापकों ने राष्ट्रपति से मांगी इच्छा मृत्यु
प्रदेश की 29 महिला अतिथि अध्यापकों ने राष्ट्रपति को शपथ पत्र भेजकर इ'छा मृत्यु की मांग की है। अध्यापकों ने यह शपथ पत्र शुक्रवार को करनाल के जिला सचिवालय में तहसीलदार को सौंपे।
जागरण संवाददाता, करनाल : प्रदेश की 29 महिला अतिथि अध्यापकों ने राष्ट्रपति को शपथ पत्र भेजकर इच्छा मृत्यु की मांग की है। अध्यापकों ने यह शपथ पत्र शुक्रवार को करनाल के जिला सचिवालय में तहसीलदार को सौंपे।
अतिथि अध्यापकों ने शपथ पत्र में कहा है कि वे लंबे अर्से से संघर्षरत हैं। बीती 11 फरवरी को शहीद की पत्नी मैना यादव ने अपने बेटे चिराग के साथ मुंडन करवाया था। इसके बाद भी सरकार नहीं जागी। अब 6 मई को महिलाएं सामूहिक तौर पर मुंडन करवाएंगी। शीघ्र मांगों को लागू नहीं किया गया तो 29 महिला अध्यापक प्राण त्याग देंगी।
शुक्रवार को विरोध कर रहे हजारों अतिथि अध्यापकों ने शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा के पुतले की शव यात्रा निकाली। अतिथि अध्यापकों ने शिक्षा मंत्री को झूठा बताया और सरकार को भी कोसा।
समर्थन में आए कर्मचारी संगठन
अतिथि अध्यापकों को हरियाणा राजकीय अध्यापक संघ अंबाला से सुभाष चंद्र और अमरजीत ¨सह समर्थन देने के लिए पहुंचे। कच्चा कर्मचारी संघ के कार्यकारी प्रधान बलराम धीमान, दिनेश वशिष्ट सहित अनेक कर्मचारी संगठनों के प्रतिनिधि भी समर्थन में आए। अध्यापकों ने कहा कि 2014 में जब अतिथि अध्यापक जंतर-मंतर पर आमरण अनशन कर रहे तो भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रामबिलास शर्मा ने उन्हें एक कलम से पक्का करने का वादा किया था। जो वादा ही रह गया। शहीद की विधवा व अतिथि अध्यापक मैना यादव 29 अप्रैल से समान काम समान वेतन को लेकर आमरण अनशन पर बैठी हैं।
इन्होंने मांगी इच्छा मृत्यु
मैना यादव, पुष्पा रानी, सुनील कुमारी, सरिता, इंदू मलिक, कविता, लवनीत कौर, ¨रपल, कुल¨वद्र कौर, वंदना शर्मा, संगीता शर्मा, ममता, सीमा ठाकुर, नीलम, पूनम अहलावत, शशि प्रभा, रेखा, मंजू बाला, पूनम हुड्डा, पूनम, प्रवीण कुमारी, सुदेश रानी, सुमन बक्शी, उज्जवल रानी, अंजलि ग्रोवर, प्रतिभा शर्मा, लविता शर्मा, देवेंद्र कौर और राजरानी।