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283 एनएचएम कर्मचारियों को नोटिस, हड़ताल खत्म नहीं की तो हो सकती है कार्रवाई

जागरण संवाददाता, करनाल: एनएचएम कर्मचारियों की तीन दिनों से चली रही हड़ताल को लेकर स्वास्थ्य विभाग एक्शन में आ गया है। विभाग ने हड़ताल पर गए 283 एनएचएम कर्मचारियों को नोटिस जारी किया गया है। जिसमें स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि कर्मचारी हड़ताल को खत्म कर ड्यूटी पर कर्मचारी लौट आएं, नहीं तो अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

By JagranEdited By: Published: Fri, 08 Feb 2019 09:53 AM (IST)Updated: Fri, 08 Feb 2019 09:53 AM (IST)
283 एनएचएम कर्मचारियों को नोटिस, हड़ताल खत्म नहीं की तो हो सकती है कार्रवाई
283 एनएचएम कर्मचारियों को नोटिस, हड़ताल खत्म नहीं की तो हो सकती है कार्रवाई

जागरण संवाददाता, करनाल: एनएचएम कर्मचारियों की तीन दिनों से चली रही हड़ताल को लेकर स्वास्थ्य विभाग एक्शन में आ गया है। विभाग ने हड़ताल पर गए 283 एनएचएम कर्मचारियों को नोटिस जारी किया गया है। जिसमें स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि कर्मचारी हड़ताल को खत्म कर ड्यूटी पर कर्मचारी लौट आएं, नहीं तो अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। विभाग के इस निर्णय के बाद 38 कर्मचारियों ने ड्यूटी ज्वाइन कर ली। नोटिस के बाद कर्मचारियों में खलबली मची हुई है। एसोसिएशन ने शुक्रवार तक हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया हुआ है, और इसके बाद हड़ताल को बढ़ाया जाएगा या नहीं निर्णय लिया जाएगा। हड़ताल के तीसरे दिन भी एंबुलेंस सेवाएं शुरू नहीं हो पाई। जिले में 17 एंबुलेंस में से एक भी वर्किंग में नहीं आई। स्थिति को संभालने के लिए सिविल सर्जन की तरफ से अन्य स्टाफ की कंट्रोल रूम में तैनाती की गई, लेकिन स्थिति काबू में नहीं रही। एंबुलेंस बंद हो जाने के कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। एसोसिएशन के महासचिव गोपाल शर्मा ने कहा कि अभी तक सरकार की तरफ से कोई बुलावा नहीं आया है। शुक्रवार को फैसला लिया जाएगा कि हड़ताल को आगे बढ़ाना है या नहीं। यदि सरकार का यही रवैया रहा तो वह अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।

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लोगों को हायर करनी पड़ी प्राइवेट एंबुलेंस

चालकों ने सुबह ही अस्पताल परिसर में सारी एंबुलेंस खड़ी कर दीं। जिस रोगी को अपने घर जाने में एंबुलेंस की जरूरत पड़ी उसे प्राइवेट एंबुलेंस किराए पर लानी पड़ी। हड़ताल के चलते टीबी विभाग, डिलीवरी विभाग, आईएमआर, सीपीआर, एमएमआर, टीएफआर, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र, स्कूल व आंगनबाड़ी बच्चों के स्वास्थ्य जांच आदि का कार्य प्रभावित रहा। बारिश में भी डटे रहे

अल सुबह से ही रूक-रूककर हो रही बूंदाबांदी होती रही। एनएचएम कर्मचारियों ने बूंदाबांदी के बाद भी अपना धरना प्रदर्शन जारी रखा। गोपाल शर्मा ने कहा कि जिले में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत 564 अनुबंधित कर्मचारी काम करते हैं। जिलेभर से अनुबंधित कर्मचारी एकत्रित हुए। उन्होंने कहा कि सरकार दमनकारी नीतियों पर उतर आई है। सरकार हर रोज किसी न किसी कारण से कर्मचारियों को हटाने का प्रयास कर रही है। अब सरकार ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत कार्यरत 20 प्रतिशत कर्मचारियों को हटाने का मन बनाया है जिससे हजारों कर्मचारियों को अपना भविष्य अंधकार में दिखाई दे रहा है। ये हैं एसोसिएशन की मुख्य मांगे

1. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत कार्यरत कर्मचारियों को सर्व शिक्षा अभियान की तर्ज पर नियमित करने की पॉलिसी तुरंत लागू की जाए।

2. सभी कर्मचारियों को वेतन हर महीने की सात तारीख को प्रदान करना सुनिश्चित करें।

3. सभी कर्मचारियों को समान कार्य समान वेतन प्रदान किया जाए।

4. सरकार भविष्य में किसी भी कर्मचारी को नौकरी से न निकाले।


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