जिले के 12 सरकारी स्कूल अब इंग्लिश मीडियम, पहली कक्षा के बैग फ्री होंगे विद्यार्थी
जिले के 12 सरकारी स्कूल इंग्लिश मीडियम होने जा रहे हैं। यहां बच्चों को पढ़ने के लिए न तो भारी बैग स्कूल में लेकर आना होगा और न ही उन्हें होमवर्क की कोई टेंशन होगी। वे स्कूल में ही होमवर्क पूरा कर बैग अलमारी में रख कर घर जाएंगे। यह व्यवस्था सिर्फ पहली कक्षा के लिए होगी।
जागरण संवाददाता, करनाल : जिले के 12 सरकारी स्कूल इंग्लिश मीडियम होने जा रहे हैं। यहां बच्चों को पढ़ने के लिए न तो भारी बैग स्कूल में लेकर आना होगा और न ही उन्हें होमवर्क की कोई टेंशन होगी। वे स्कूल में ही होमवर्क पूरा कर बैग अलमारी में रख कर घर जाएंगे। यह व्यवस्था सिर्फ पहली कक्षा के लिए होगी।
दरअसल, शिक्षा विभाग की ओर से प्रदेश के 238 सरकारी स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम से कक्षाएं शुरू करने के आदेश जारी किए हैं। इसके लिए प्रत्येक जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी को पत्र जारी किया गया है। प्रत्येक ब्लॉक से दो-दो स्कूल का चयन किया गया है। इस तरह से करनाल जिले के छह ब्लॉकों के कुल 12 स्कूल चुने गए हैं।
होमवर्क भी नहीं दिया जाएगा
खास बात यह है कि स्कूलों में पढ़ाई का तरीका बदला जाएगा। यहां बच्चों को क्लास में जो पढ़ाया जाएगा। उसका वे वहीं पर ही अभ्यास करेंगे। बच्चों को कोई होमवर्क भी नहीं दिया जाएगा। साथ ही उनकी किताबें व कॉपियां स्कूलों में ही रखी जाएंगी। घर पर वे सिर्फ स्कूल की अन्य गतिविधियों की ही तैयारी करेंगे।
स्मार्ट क्लास के रूप में स्थापित होंगे स्कूल
बैग फ्री एजुकेशन के लिए चयनित किए गए स्कूलों को स्मार्ट कक्षा के रूप में स्थापित किया जाएगा। शिक्षकों को भी इसी माह क्लास का प्रशिक्षण दिया जाएगा। अध्यापकों का कहना है कि सरकार के इस प्रयास से बच्चों को काफी लाभ मिलेगा। उन्हें पहली कक्षा से ही अंग्रेजी में पढ़ने की आदत बन जाएगी। ये स्कूल हुए बैग फ्री
खंड स्कूल
करनाल- जीपीएस नलवी कलां और कुंजपुरा
असंध- जीपीएस मंचूरी, जीएसएसएस दुपेड़ी
घरौंडा- जीपीएस फरीदपुर और कुटेल
इंद्री- जीपीएस गढ़ीबीरबल और जनेसरो
नीलोखेड़ी- जीपीएस बीर बड़ालवा और निगदू
नि¨सग- जीपीएस सांभली और ब्रास फोटो--- 01 नंबर है।
वर्जन-
लॉकर में रखे जाएंगे बैग : शमशेर ¨सह
बैग फ्री एजुकेशन के लिए विभाग ने सूची जारी की है, इसमें करनाल जिले के 12 स्कूलों का नाम है। छह स्कूलों में लॉकर पहले से ही बनवा दिए गए थे। अब अन्यों में भी लॉकर तैयार करवा दिए जाएंगे। बच्चे इसी लॉकर में अपना बैग रखेंगे। बैग फ्री शिक्षा प्रणाली से विद्यार्थियों की शिक्षा में विकास होगा।
-शमशेर ¨सह सिरोही, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी, करनाल।