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अकुशल श्रमिकों को 100 दिन का रोजगार कराया उपलब्ध : एडीसी

जागरण संवाददाता, करनाल एडीसी निशांत यादव ने कहा कि महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी

By JagranEdited By: Published: Tue, 07 Nov 2017 03:00 AM (IST)Updated: Tue, 07 Nov 2017 03:00 AM (IST)
अकुशल श्रमिकों को 100 दिन का रोजगार कराया उपलब्ध : एडीसी
अकुशल श्रमिकों को 100 दिन का रोजगार कराया उपलब्ध : एडीसी

जागरण संवाददाता, करनाल

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एडीसी निशांत यादव ने कहा कि महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना संपूर्ण भारत वर्ष में राष्ट्रीय रोजगार गारंटी अधिनियम 2005 के तहत चलाई जा रही है। उक्त स्कीम के तहत ग्रामीण क्षेत्र के अकुशल श्रमिकों को 100 दिन का रोजगार मुहैया करवाने का प्रावधान है। इससे जहां ग्रामीणों को उनके ही गांव में रोजगार मिल रहा है, वहीं गांव के कायाकल्प भी बदल रहे है। उन्होंने बताया कि इस समय जिला करनाल संपूर्ण हरियाणा में मानव दिवस उत्पत्ति में प्रथम स्थान पर है। उन्होंने बताया कि मनरेगा का इस वर्ष का मानव दिवस उत्पत्ति का 9.50 लाख का लक्ष्य रखा गया था जो कि 87 प्रतिशत तक पूरा भी कर लिया गया है। यह पूरे हरियाणा में जिला करनाल की सबसे बड़ी उपलब्धि है। मनरेगा ने मानव इतिहास मे सबसे विशाल रोजगार कार्यक्रम को सफल बनाया है और यह अपनी व्यापकता, संरचना और उद्देश्य में किसी अन्य मजदूरी रोजगार कार्यक्रम से अलग है। इसके तहत मजदूरी रोजगार को कानूनी गारंटी दी गई है। मनरेगा के तहत खंड नीलोखेड़ी के पूजम गांव में लगभग 60 एकड़ बंजर भूमि जिस पर घास व झाड़ियां उगी हुई थी, उसको मनरेगा लेबर की मदद से पहले समतल बनाया गया। उसके बाद भूमि को कृषि योगय बनाया गया। आज इस गांव की जमीन ग्राम पंचायत की आमदनी का साधन बनी हुई है। जो अपने आप में एक मिसाल है, जिससे जिला का नाम भी रोशन हुआ है। इसी तरह खंड इंद्री की ग्राम पंचायत छापर मुस्तरका में 4.25 एकड़ भूमि को मनरेगा लेबर की मदद से समतल बनाकर उपजाऊ बनाया गया।


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