मन की वृत्तियों को नियंत्रण में करता योग : एडीसी
एडीसी आरके सिंह ने कहा कि योग मन की वृत्तियों को नियंत्रण में करता है। योग करने से मनुष्य को आत्मदर्शन का ज्ञान होता है।
जागरण संवाददाता, कैथल : एडीसी आरके सिंह ने कहा कि योग मन की वृत्तियों को नियंत्रण में करता है। योग करने से मनुष्य को आत्मदर्शन का ज्ञान होता है। योग के नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान, समाधी के आठ चरण हैं। योग करने से मानसिक, शारीरिक और अध्यात्मिक स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है।
वे 5वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की पायलट रिहर्सल में महाराजा सूरजमल जाट स्टेडियम में योग साधकों को संबोधित कर रहे थे। इससे पहले एडीसी ने स्टेडियम के मुख्य गेट के सामने से योग मैराथन को झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने कहा कि नियमित योग करने से मस्तिष्क की सक्रियता बढ़ती है और दिनभर ऊर्जा का संचार मानव के शरीर में होता है। योग करने वाले व्यक्ति के आत्मविश्वास में भी बढ़ोत्तरी होती है और कई प्रकार की बीमारियों का इलाज भी संभव है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में योग दिवस मनाने का आह्वान किया था, जिसे मानकर लगभग 177 देशों ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को मनाने के प्रस्ताव पर अपनी मोहर लगाई थी। योग को केवल एक दिवस तक सीमित न रखें, बल्कि सभी इसे अपने जीवन का हिस्सा बनाएं। सभी योग दिवस के कार्यक्रम में ज्यादा से ज्यादा भागीदारी करें।
ये करवाए गए योगाशन
योग शिक्षक रामचरण ने योग प्रोटोकॉल के तहत चालन, ग्रिवा चालन क्रियाओं के अभ्यास करवाए। इसके बाद ताड़ासन, वृक्षासन, पादहस्तासन, अर्धचक्रासन, त्रिकोणासन, दंडासन, भद्रासन, वज्रासन, अर्ध उष्ट्रासन, शशकासन, उतानमंडूकासन, वक्रासन, मक्रासन, भुजंगासन, शलभासन, सेतुबंधासन, उत्तानापादासन, अर्धहलासन, पवनमुक्तासन, शवासन के अभ्यास योग साधकों को करवाए। इनके लाभ तथा सावधानी के बारे में भी विस्तारपूर्वक जानकारी दी।
योग प्रशिक्षकों ने इसके बाद प्राणायाम करवाए, जिसके तहत कपालभाति, अनुलोम विलोम, शीतली तथा भ्रामरी प्राणायाम के अभ्यास करवाते हुए ध्यान भी लगवाया।
ये अधिकारी रहे कार्यक्रम में मौजूद
इस मौके पर डीएसपी कुलभूषण व कुलवंत, रोडवेज महाप्रबंधक रामकुमार, सिविल सर्जन सुरेंद्र कुमार नैन, नप कार्यकारी अधिकारी अशोक कुमार, जिला शिक्षा अधिकारी जोगिद्र हुड्डा, जिला आयुर्वेदिक अधिकारी पूनम वालिया, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी शमशेर सिरोही, डीआइओ दीपक खुराना, डीएसओ सतविद्र गिल, कार्यकारी अभियंता बनारसी दास, प्रशांत कुमार, कार्यक्रम अधिकारी रेणू पसरिचा, राजकुमार शर्मा, कोच गुरमीत, कोच राजेश, कोच विजय, कोच भूपेंद्र, भारत स्वाभिमान ट्रस्ट, साइकिल क्लब के सदस्य मौजूद थे।