छात्राएं बोलीं-वोट किसे देना वे खुद लेंगी फैसला
2019 के चुनाव पूर्व में हुए चुनाव से कुछ अलग हटकर होंगे। इसकी भनक सभी पार्टी और प्रत्याशियों को भी है। आमजन को मतदान के प्रति जागरूक करने के लिए हर वोट कुछ कहता है अभियान के तहत दैनिक जागरण की टीम जाट बीएड कॉलेज में पहुंची
जागरण संवाददाता, कैथल : 2019 के चुनाव पूर्व में हुए चुनाव से कुछ अलग हटकर होंगे। इसकी भनक सभी पार्टी और प्रत्याशियों को भी है। आमजन को मतदान के प्रति जागरूक करने के लिए हर वोट कुछ कहता है अभियान के तहत दैनिक जागरण की टीम जाट बीएड कॉलेज में पहुंची। कॉलेज के छात्र छात्राओं से बातचीत की छात्राएं वोट के प्रति जागरूक और सजग दिखी। कार्यक्रम शुरू ही हुआ था कि एक छात्रा बोल उठी कि इस बारे वे किसी के बहकावे या दबाव में आकर वोट नहीं देने वाली हैं। इस बार किसको वोट देना यह फैसला वे खुद करेंगी और दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करेंगी।
छात्रा के स्वर में कई और छात्राओं के स्वर भी जुड़ गए। बोलीं कि इस बार प्रत्याशी वोट मांगने गांव या मोहल्ले में आया तो पूर्व में किए वादों पर सवाल जवाब भी होंगे। कॉलेज प्रिसिपल व प्रोफेसर ने भी युवाओं को मतदान के लिए प्रेरित किया।
बॉक्स: मतदान को लेकर काफी उत्साह
छात्र मनोज ने कहा कि जनवरी में ही वोट बना है और ये पहला चुनाव है जिसमें वे मतदान करेंगे। उन्हें दैनिक जागरण के कार्यक्रम से प्रेरणा मिली है और चुनाव प्रक्रिया के साथ ही मतदान क्यों जरूरी है इसके बारे में भी पता चला। इससे उनमें बहुत उत्साह है।
बॉक्स: वोट का महत्व पता चला
छात्रा आंचल ने कहा कि वे भी पहली बार मतदान करेंगी। वोट बनने के बाद उन्हें इसके महत्व का पता चला है। अब वे देशहित के लिए कार्य करने वाली पार्टी और प्रत्याशी को मतदान करेंगी। पहले मतदान के महत्व के बारे में इतनी जानकारी नहीं थी, लेकिन अब सोशल मीडिया से काफी जानकारी मिली है।
बॉक्स: प्रत्याशी देखकर मतदान करना चाहिए
छात्रा सीमा ने कहा कि उन्होंने जब पार्षद का चुनाव था तब भी सक्रिय भूमिका निभाई थी। मतदान को लेकर परिवार के साथ चर्चा की जा सकती है, लेकिन मतदान के लिए दबाव किसी तरह का नहीं होना चाहिए। हमें पार्टी देखकर नहीं प्रत्याशी देखकर मतदान करना चाहिए। बॉक्स
छात्र सतनाम सिंह ने कहा कि हमें ईमानदारी से मतदान करना चाहिए। प्रत्याशियों से चुनाव के समय भी स्थानीय मुद्दों पर चर्चा करनी जरूरी, ताकि चुने जाने के बाद उन्हें याद रहे कि उन्होंने जनता से कुछ मुद्दों पर वादे किए थे। हमारी तकलीफ हम नहीं बताएंगे तो दूसरे को कैसे पता चलेगा। बॉक्स
छात्रा मनीषा ने कहा कि हमें याद रहना चाहिए कि पिछले चुनाव में पार्टी ने किन वादों पर चुनाव लड़ा था। क्या पार्टी ने उन वादों पूरा किया। प्रत्याशी ने क्षेत्र की कितनी आवाज संसद तक पहुंचाने का काम किया। हमें प्रत्याशी और मुद्दों के प्रति जागरूक रहना चाहिए। बॉक्स
छात्रा नीलम ने कहा कि अगर हम चुनाव नहीं लड़ सकते तो कम से कम चुनाव लड़ने वाला कौन हैं और कहां से है। छवि कैसी है और अपने क्षेत्र में कितने काम किए हैं इस चीज की पड़ताल की जा सकती है। पड़ताल करने पर हमें वोट किसको देना चाहिए यह तय करने में आसानी होगी, क्योंकि लेाकसभा चुनावों ंप्रसिद्ध लोगों को ही टिकट दिए जाते हैं। बॉक्स
प्रो. चंद्रप्रकाश ने कहा कि हमें मतदान जरूर करना चाहिए। हमारे एक एक वोट से लोकतंत्र को मजबूती मिलती है। हमारा एक एक वोट इसलिए कीमती होता है, क्योंकि कई बार प्रत्याशी की हार या जीत ये एक वोट ही तय करता है। हर उस व्यक्ति को मतदान जरूर करना चाहिए जो देश नागरिक और मतदाता है। बॉक्स
प्रिसिपल डॉ. दिनेश सिंह ने युवाओं को मतदान के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि ये मुहिम इसलिए नहीं चल रही है कि हमें अधिक से अधिक संख्या में बूथ तक लेजाना है। इसका मकसद ये भी है कि हमें चुनावों के बारे में जानकारी हो, ताकि हम सजग रहकर अपने सही सरकार चुनें जो देशहित में कार्य करे।
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