ग्रीष्मकालीन अवकाश में अभिरुचियों को करें विकसित : डीसी
बाल भवन स्थित जिला बाल कल्याण परिषद में ग्रीष्मकालीन शिविर का शुभारंभ डीसी डॉ. प्रियंका सोनी ने शिविर का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि बचे ग्रीष्म कालीन अवकाश का सदुपयोग अपनी अभिरूचियों को विकसित करने में करें। भविष्य में सृजनात्मकता किसी भी देश के विकास के लिए सबसे बड़ा साधन साबित होगा। अभिरुचि हमारे व्यक्तित्व की पहचान है।
जागरण संवाददाता, कैथल : बाल भवन स्थित जिला बाल कल्याण परिषद में ग्रीष्मकालीन शिविर का शुभारंभ डीसी डॉ. प्रियंका सोनी ने शिविर का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि बच्चे ग्रीष्म कालीन अवकाश का सदुपयोग अपनी अभिरूचियों को विकसित करने में करें। भविष्य में सृजनात्मकता किसी भी देश के विकास के लिए सबसे बड़ा साधन साबित होगा। अभिरुचि हमारे व्यक्तित्व की पहचान है। उन्होंने जल्द ही बाल भवन में हाल निर्माण करवाने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि परिषद द्वारा एक माह के लिए अभिरूचि कक्षाएं आयोजित की जा रही हैं, जिनमें नृत्य, गायन, योगा सिलाई, फाइन आर्ट शामिल हैं। राजकीय विद्यालयों में भी अभिरूचि कक्षाएं शुरू की जा रही हैं, ताकि बच्चों में अभिरूचियों का विकास किया जा सके और व ग्रीष्म कालीन अवकाश के समय का सदुपयोग कर सकें। उन्होंने कहा कि बचपन में रद्दी से एक साफ्ट टॉय बनाया था जिससे अब उनका बेटा खेलता है।
बच्चे अभिरुचि को व्यवसाय के रूप में चुन कर अपना नाम रोशन कर सकते हैं। इस मौके पर जाट शाइनिग स्टार पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों ने समूह गान, दिल्ली पब्लिक स्कूल की छात्रा आरजू, जाखौली अड्डा राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की छात्रा आशा एवं ओएसडीएवी पब्लिक स्कूल की छात्रा रिधिमा ने नृत्य की प्रस्तुति दी। इस मौके पर जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी शमशेर सिरोही, परिषद सदस्य कर्मचंद जिदल, रमेश, पवन कुमार, राम सिंह, लाजपत सिगला, ज्ञानचंद मौजूद थे।
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