डीसी दरबार से निराश होकर लौटी शहर की सरकार
शहर के अवैध वार्डो में विकास कार्य नहीं हो रहे हैं। काम कराने के लिए शहर की सरकार डीसी दरबार पहुंची। नप चेयरपर्सन सहित आठ पार्षद मौजूद रहे। पार्षद डीसी से मिलने के लिए तीन घंटे तक इंतजार करते रहे। डीसी नहीं मिलीं तो पार्षद निराश होकर वापस लौट गए। पार्षद कार्यालय के बाहर खड़े इंतजार करते रहे और डीसी मी¨टग में व्यस्त रहीं। एक बार पार्षद मिलने के लिए पीए के पास पहुंचे और मिलने के लिए समय मांगा, लेकिन समय नहीं मिला। कुछ देर बाद चेयरपर्सन पीए के पास गई और मी¨टग के लिए समय मांगा। दोनों ही बार पार्षदों को डीसी से मिलने का समय नहीं मिला। पीए का जवाब था मैडम मी¨टग में हैं। अब पार्षदों ने फैसला लिया है कि आज सभी पार्षदों डीसी से मिलेंगे।
जागरण संवाददाता, कैथल : शहर के अवैध वार्डो में विकास कार्य नहीं हो रहे हैं। काम कराने के लिए शहर की सरकार डीसी दरबार पहुंची। नप चेयरपर्सन सहित आठ पार्षद मौजूद रहे। पार्षद डीसी से मिलने के लिए तीन घंटे तक इंतजार करते रहे। डीसी नहीं मिलीं तो पार्षद निराश होकर वापस लौट गए। पार्षद कार्यालय के बाहर खड़े इंतजार करते रहे और डीसी मी¨टग में व्यस्त रहीं। एक बार पार्षद मिलने के लिए पीए के पास पहुंचे और मिलने के लिए समय मांगा, लेकिन समय नहीं मिला। कुछ देर बाद चेयरपर्सन पीए के पास गई और मी¨टग के लिए समय मांगा। दोनों ही बार पार्षदों को डीसी से मिलने का समय नहीं मिला। पीए का जवाब था मैडम मी¨टग में हैं। अब पार्षदों ने फैसला लिया है कि आज सभी पार्षदों डीसी से मिलेंगे।
डीसी को देना था ज्ञापन
सरकार ने शहर के कुछ वार्डो को अवैध घोषित किया हुआ है। दो वार्ड तो पूरे ही अवैध घोषित हैं। कुछ वार्डो का हिस्सा अवैध है। अवैध वार्डो में विकास कार्य नहीं हो रहे हैं। वार्ड 17 और 19 पूरे ही अवैध घोषित किए गए हैं। इसके अलावा वार्ड एक, पांच, सात, 11, 12, 13, 20 और 31 वार्डो का कुछ हिस्सा अवैध घोषित किया हुआ है। दो साल पहले तक सभी वार्डो में काम होते थे, लेकिन अब विकास कार्य पूरी तरह से बंद कर दिए गए हैं। गलियां कच्ची पड़ी हैं, जिससे लोगों को परेशानी हो रही है। पार्षदों का कहना है कि अगर सरकार काम नहीं कराना चाहती तो अवैध वार्डो को पंचायत के अधीन कर दे। कुछ महीने पहले भी डीसी को मिले थे, लेकिन समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ।
एक्सईएन से रोया दुखड़ा
लघु सचिवालय में प्रशासनिक अधिकारियों की मी¨टग बुलाई गई थी। मी¨टग में भाग लेने के लिए जन स्वास्थ्य विभाग के एक्सईएन वीके गुप्ता पहुंचे। वे जैसे ही पहुंचे पार्षदों ने उन्हें घेर लिया और अपनी समस्याएं रखीं। पार्षदों ने कहा कि वे विभाग के अधिकारियों को फोन करते हैं, लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं होता। गलियों में सीवर लाइन ओवरफ्लो हैं, लेकिन कर्मचारी बुलाने पर भी नहीं आते। पार्षद बोले-एक तो उनके वार्ड पहले ही अवैध हैं। गली के लिए तो बोल देते हैं कि टेंडर नहीं लग रहे, लेकिन सीवर लाइन के लिए क्या बहाना लगाएं। लोगों ने पार्षद बनाया है और अब काम नहीं हो रहे हैं। एक पार्षद ने तो यह भी कहा कि उन्हें तो दोबारा वोट मांगने के लायक भी नहीं छोड़ा। गुप्ता ने मौके पर ही पार्षदों को कहा कि टीमें बनाकर सभी वार्डो में सीवर लाइन की सफाई कराई जाएगी।
ये पार्षद रहे मौजूद :
इस मौके पर चेयरपर्सन सीमा कश्यप, पार्षद प्रवीन सांघन, पार्षद हर¨जद्र ¨सह, पार्षद वेद प्रकाश, पार्षद दीपक कुमार, पार्षद गौरव ढुल, पार्षद संजय भौरिया, पार्षद प्रतिनिधि बलजीत रंगा और चेयरपर्सन प्रतिनिधि सुरेश कश्यप मौजूद थे।