संस्कृति विवि के भवन निर्माण में देरी पर पंचायत में हंगामा
मूंदड़ी गांव में बनने वाले प्रदेश के पहले महर्षि वाल्मीकि संस्कृत विश्वविद्यालय के भवन निर्माण को लेकर लव कुश तीर्थ पर पंचायत हुई। इसमें गांव के सरपंच प्रतिनिधि सुभाष कुलपति श्रेयांश द्विवेदी लव कुश महातीर्थ सभा के पदाधिकारियों सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
कमल बहल, कैथल : मूंदड़ी गांव में बनने वाले प्रदेश के पहले महर्षि वाल्मीकि संस्कृत विश्वविद्यालय के भवन निर्माण को लेकर लव कुश तीर्थ पर पंचायत हुई। इसमें गांव के सरपंच प्रतिनिधि सुभाष, कुलपति श्रेयांश द्विवेदी, लव कुश महातीर्थ सभा के पदाधिकारियों सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
पंचायत में यूनिवर्सिटी के भवन निर्माण को लेकर हो रही देरी पर जमकर हंगामा हुआ। ग्रामीणों ने वीसी पर जान बूझकर भवन निर्माण में देरी का आरोप लगाया, लेकिन कुलपति ने पंचायत में भवन निर्माण के सभी कागजात दिखाकर ग्रामीणों का संशय दूर किया।
इस दौरान वीसी ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि वह भवन की जगह नहीं, बल्कि कक्षाएं लगाने के स्थान की मांग करने के राज्य मंत्री से मिलने के लिए गए थे। भूमि में बड़े नाले पर सड़क निर्माण का कार्य किया जाना है, जिसकी एनओसी सरकार ने देनी है। सरकार की ओर से एनओसी देते ही भवन निर्माण का कार्य शुरू करवा दिया जाएगा।
वहीं, ग्रामीणों ने कुलपति से गांव के सरकारी स्कूल में ही कक्षाएं लगाने की मांग की, इस पर वीसी ने ग्रामीणों से पांच से अधिक कमरे देने पर वहां कक्षाएं लगाने का आश्वासन दिया। कुलपति के पंचायत में पक्ष रखने के बाद भी तीर्थ सभा के पदाधिकारी व अन्य ग्रामीण असंतुष्ट रहे। उन्होंने विश्वविद्यालय के लिए अधिकृत जमीन में निर्माण कार्य जल्द शुरू कराने की मांग की। अब लव कुश महातीर्थ सभा के पदाधिकारी जल्द ही मुख्यमंत्री से मिलकर भवन निर्माण का कार्य जल्द शुरू कराने की मांग करेंगे।
वीसी बोले, केवल कक्षाएं लगाने के लिए की भवन निर्माण की मांग :
मूंदड़ी के लव कुश तीर्थ स्थान पर बुलाई गई पंचायत के दौरान कुलपति के पंचायत में नहीं पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा था, लेकिन वीसी ने पंचायत में पहुंचकर सभा व ग्रामीणों के समक्ष अपना पक्ष रख दिया।
इस दौरान वीसी ने सभा के बीच में ही भवन निर्माण से संबंधी सभी कागजात को दिखाया। वीसी ने कहा कि गांव में ही विश्वविद्यालय के निर्माण को लेकर प्रयासरत है। वह राज्य मंत्री से मिल केवल तीन साल के लिए कक्षाओं के लिए ही जगह की मांग की थी।
सरपंच बोले, बहकावे में
न आ करें सहयोग :
गांव के सरपंच प्रतिनिधि सुभाष मूंदड़ी ने कहा कि गांव में से विश्वविद्यालय की जगह को बदलने की कोई कवायद नहीं की जा रही है। ग्रामीणों में कुछ भ्रम फैला हुआ है, जिस कारण उन्हें ऐसा लगता है कि विश्वविद्यालय के निर्माण का प्रयास किया जा रहा है। वह ग्रामीणों से केवल यही आग्रह करते हैं कि वे किसी के बहकावे में आए बगैर कुलपति व ग्राम पंचायत का सहयोग करें। सरपंच प्रतिनिधि ने कहा कि वे विश्वविद्यालय के निर्माण को लेकर प्रयासरत हैं। विश्वविद्यालय को अन्य स्थान पर कदापि नहीं जानें देंगे।
निर्माण कार्य जल्द हो शुरू :
लव कुश महातीर्थ सभा के अध्यक्ष महेंद्र मूंदड़ी ने कहा कि पिछले चार वर्षाें से भवन का निर्माण कार्य अधर में है। भूमि पूजन के दो वर्ष बीत जाने के बावजूद भी यहां पर एक भी ईंट नहीं लग पाई है। भवन निर्माण में काफी देरी हो रही है। गांव के लोग भी राजकीय स्कूल में कक्षाएं लगाने के लिए सहमत है, लेकिन यहां पर कक्षाएं नहीं लगवाई गई है। भवन निर्माण में देरी को लेकर सभा के पदाधिकारी जल्द ही सीएम मनोहर लाल से मिलकर अपनी बात रखेंगे। इसमें देरी के कारणों को पता लगाया जाएगा।