बसें चलाने के लिए रेट को लेकर रोडवेज व फर्म के बीच फंसा पेंच
रोडवेज विभाग की ओर से किलोमीटर स्कीम के तहत बसें चलाने को लेकर नटराज बस सर्विस फर्म को 26 रुपये 92 पैसे के रेट दिए गए थे। विभाग की ओर से फर्म से इस रेट में बसें चलाने को लेकर जवाब मांगा गया था
जागरण संवाददाता, कैथल : रोडवेज विभाग की ओर से किलोमीटर स्कीम के तहत बसें चलाने को लेकर नटराज बस सर्विस फर्म को 26 रुपये 92 पैसे के रेट दिए गए थे। विभाग की ओर से फर्म से इस रेट में बसें चलाने को लेकर जवाब मांगा गया था। 23 नवंबर तक फर्म को जवाब देना था, लेकिन फर्म ने पहले विभाग से रेट से संबंधित चार बिदूओं की जानकारी मांगी। विभाग की ओर से जानकारी दे दी गई। अब दोबारा से 23 नवंबर को फर्म ने विभाग से 12 बिदूओं की जानकारी मांगी। अब विभाग की ओर से इस फाइल को निदेशालय के पास भेज दिया गया है। किलोमीटर स्कीम के तहत कैथल डिपो में 15 बसें चलाई जानी थी। अब रेट को लेकर पेंच फंस गया है और बसें चल पाना मुश्किल है।
बता दें कि फर्म की ओर से करीब एक साल पहले विभाग के साथ एग्रीमेंट किया था, जिसमें फर्म ने 34 रुपये 30 पैसे का रेट विभाग को दिया था। अब विभाग बसों को चलाने के लिए तैयार हो गया था, लेकिन रेट को लेकर पेंच फंस गया है।
एक साल से तैयार खड़ी हैं बसें
नटराज बस सर्विस फर्म के सदस्य विरेंद्र सांगवान ने बताया कि 26 रुपये 92 पैसे रेट में बसें नहीं चला सकते हैं। रेट से संबंधित कुछ बिदूओं पर विभाग से जानकारी मांगी गई है। फर्म की ओर से पौने चार करोड़ रुपये में 15 बसें तैयार करवाई जा चुकी हैं। एक साल से बसें खाली खड़ी है, जिसके कारण उनका करीब 40 लाख रुपये का नुकसान पहले ही हो चुका है।
रिपोर्ट निदेशालय को भेज दी गई
रोडवेज महाप्रबंधक रामकुमार ने बताया कि विभाग के आदेशानुसार फर्म को 26 रुपये 92 पैसे प्रति किलोमीटर के हिसाब से बसें चलाने का पत्र जारी किया गया था। फर्म ने 12 बिदूओं की जानकारी मांगी है। इसकी रिपोर्ट निदेशालय को भेज दी गई है। विभाग की ओर से जो भी आगामी आदेश आएंगे उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।