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वाटिका में 19 को किया जाएगा तुलसी विवाह कार्यक्रम : विशाल शर्मा

जागरण संवाददाता, कैथल : हनुमान वाटिका के मुख्य पुजारी पंडित विशाल शर्मा ने बताया कि 19 नवंबर को वाटिका में तुलसी विवाह कार्यक्रम होगा। कार्तिक महीने की शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवउठनी एकादशी के नाम से जाना जाता है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 18 Nov 2018 01:10 AM (IST)Updated: Sun, 18 Nov 2018 01:10 AM (IST)
वाटिका में 19 को किया जाएगा तुलसी विवाह कार्यक्रम : विशाल शर्मा
वाटिका में 19 को किया जाएगा तुलसी विवाह कार्यक्रम : विशाल शर्मा

जागरण संवाददाता, कैथल : हनुमान वाटिका के मुख्य पुजारी पंडित विशाल शर्मा ने बताया कि 19 नवंबर को वाटिका में तुलसी विवाह कार्यक्रम होगा। कार्तिक महीने की शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवउठनी एकादशी के नाम से जाना जाता है। इसे देवोत्थान एकादशी, देव उठनी ग्यारस, प्रबोधिनी एकादशी नामों से जानते हैं। ऐसी मान्यता है कि भगवान विष्णु क्षीर सागर में चार महीने की ¨नद्रा के बाद कार्तिक मास की एकादशी के दिन ही भगवान विष्णु जागते हैं। इनके जागने के बाद से सभी तरह के शुभ और मांगलिक कार्य फिर से आरंभ हो जाते हैं। इस बार देवउठनी एकादशी 19 नवंबर को है। एकादशी के दिन तुलसी विवाह किया जाता है। इस दिन तुलसी का विवाह शालिग्राम से किया जाता है। अगर किसी व्यक्ति को कन्या नहीं है और वह जीवन में कन्या दान का सुख प्राप्त करना चाहता है तो वह तुलसी विवाह कर प्राप्त कर सकता है। जिनका दांपत्य जीवन अच्छा नहीं है वे भी तुलसी विवाह करते हैं। तुलसी विवाह करवाने से कई जन्मों के पाप नष्ट होते हैं। पौराणिक कथाओं के मुताबिक, भगवान शालिग्राम का विवाह तुलसी से हुआ था। श्रीकृष्ण भगवान विष्णु के आठवें अवतार हैं। तुलसी का विवाह शालिग्राम रूपी भगवान श्रीकृष्ण से किया जाता है। लोग अपने घरों में प्रबोधनी एकादशी का व्रत करते है। तुलसी विवाह के बाद प्रसाद बांटा जाता है।

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