सीनू ने राष्ट्रीय हैंडबाल में जीता सिल्वर मेडल
अगर इरादे मजबूत हों तो लक्ष्य कोई भी हो उसे हासिल किया जा सकता है। कैथल के गांव खानपुर की बेटी सीनू ने अंतरराष्ट्रीय बॉक्सर मैरिकाम को देखकर खेलना शुरू किया।
सुनील जांगड़ा, कैथल : अगर इरादे मजबूत हों तो लक्ष्य कोई भी हो उसे हासिल किया जा सकता है। कैथल के गांव खानपुर की बेटी सीनू ने अंतरराष्ट्रीय बॉक्सर मैरिकाम को देखकर खेलना शुरू किया। सोच थी अगर मैरिकाम शादीशुदा होकर देश के लिए मेडल ला सकती है तो वह भी एक दिन देश का नाम रोशन करेगी। 15 वर्षीय सीनू के पिता बलजीत सिंह ट्रकों के मिस्त्री हैं। परिवार का गुजारा भी इसी से होता है, लेकिन हौसले बहुत मजबूत हैं।
करीब दो साल पहले ही हैंडबाल खेलना शुरू किया था। अब सीनू ने उत्तराखंड में दो से छह अक्टूबर तक आयोजित हुई सब जूनियर नेशनल हैंडबाल प्रतियोगिता में सिल्वर मेडल हासिल किया है। यह प्रतियोगिता इंडियन हैंडबाल फेडरेशन की ओर से करवाई गई थी। सीनू के कोच डॉ. राजेश कुमार व प्रशांत राय ने बताया कि इस प्रतियोगिता के लिए सीनू का चयन हरियाणा की टीम में हुआ था। हरियाणा की टीम का फाइनल मुकाबला हिमाचल की टीम से हुआ, जिसमें हरियाणा को 38-36 के अंतर से हार मिली। फाइनल मैच में सीनू ने चार अंकों का स्कोर भी किया।
सीनू के गांव की दो सहेलियां सविता और आरती भी हैंडबाल की अच्छी खिलाड़ी हैं। सीनू हिदू स्कूल में नौंवीं कक्षा की छात्रा है और आज गांव में पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया जाएगा।
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इंडोर स्टेडियम में करती है अभ्यास
कोच डॉ. राजेश कुमार व प्रशांत राय ने बताया कि सीनू एक साल से अंबाला रोड स्थित इंडोर स्टेडियम में अभ्यास कर रही है। सुबह-शाम करीब एक घंटा जमकर पसीना बहाती है। इससे पहले भी सीनू ने स्कूली स्टेट प्रतियोगिता में कैथल की टीम में भाग लिया था और तीसरा स्थान हासिल किया था। सीनू का सपना है कि सीनियर प्रतियोगिता में भाग लेकर देश के लिए मेडल जीत कर लाए। हरियाणा की टीम में चयन के लिए हिसार में कैंप आयोजित किया था, जिसमें कैथल से आरती और सीनू का चयन हुआ था। सीनू का चयन हरियाणा की 16 सदस्यीय टीम में हो गया था।