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छोटी उम्र के बच्चों को बड़े प्यार से हर बात समझाएं ट्रेनर

जाखौली अड्डा स्थित कन्या स्कूल में चल रही आंगनबाड़ी वर्कर्स ट्रेनिग शिविर के चौथे दिन कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई। मास्टर ट्रेनर पूनम रानी ने शिशु शिक्षा के स्वरूप बारे में बताया कि किस प्रकार हम शिशुओं में आत्मविश्वास सहनशीलता ईमानदारी और कल्पना शक्ति का विकास कर सकते हैं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 07 Sep 2019 09:24 AM (IST)Updated: Sat, 07 Sep 2019 09:24 AM (IST)
छोटी उम्र के बच्चों को बड़े प्यार से हर बात समझाएं ट्रेनर
छोटी उम्र के बच्चों को बड़े प्यार से हर बात समझाएं ट्रेनर

जागरण संवाददाता, कैथल : जाखौली अड्डा स्थित कन्या स्कूल में चल रही आंगनबाड़ी वर्कर्स ट्रेनिग शिविर के चौथे दिन कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई। मास्टर ट्रेनर पूनम रानी ने शिशु शिक्षा के स्वरूप बारे में बताया कि किस प्रकार हम शिशुओं में आत्मविश्वास, सहनशीलता, ईमानदारी और कल्पना शक्ति का विकास कर सकते हैं। जोड़ व घटा की बहुत अच्छी गतिविधि करवाई गई। वर्कर्स को चार्ट देकर विभिन्न गतिविधियां करवाई। प्रधानाचार्य पवन गर्ग ने भी वर्कर्स को बताया कि हम बच्चों को भिन्न-भिन्न तरीकों से सिखा सकते हैं। इस आयु में बच्चों का दिमाग बहुत नाजुक होता है इसलिए इस उम्र में बच्चों को बड़े प्यार से ही समझाने की कोशिश करनी चाहिए। मास्टर ट्रेनर पुष्पा ने बच्चों के भाषाई विकास के बारे में बताया कि किस प्रकार से बच्चा अपने भावों को व्यक्त करता है। बोलने के बार-बार अभ्यास से वह उसे किस प्रकार से सीखने में प्रयोग लाता है। अनीता ने बताया कि दिव्यांग बच्चों की किस प्रकार से पहचान की जा सकती है और उन्हें किस प्रकार से समाज की मुख्यधारा में जोड़ा जा सकता है। सुमन व शशि ने बच्चों के शारीरिक विकास के बारे में बताया कि सभी बच्चे अलग अलग तरह से विकास करते हैं। मौसम ने संतुलित भोजन के महत्व को बताया। आज शिविर का सपामन होगा। ---------

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