पायलट परियोजना के तहत तीन गांवों के तालाबों का होगा जीर्णोद्धार
भाजपा सरकार के पायलट परियोजना से बदहाल तालाबों का जीर्णोद्धार किया जाएगा। पहले चरण में तीन गांव के तालाबों का चयन किया गया है। इनमें काकौत, धोंस व ग्योंग गांव शामिल है।
जागरण संवाददाता, कैथल :
भाजपा सरकार के पायलट परियोजना से बदहाल तालाबों का जीर्णोद्धार किया जाएगा। पहले चरण में तीन गांव के तालाबों का चयन किया गया है। इनमें काकौत, धोंस व ग्योंग गांव शामिल है।
परियोजना में कैथल जिले के तीन गांव का चयन किया गया है। दो करोड़ 27 लाख रुपये की लागत इस कार्य पर आएगी। इस समय इन गांव में तालाबों की हालात काफी खस्ता है। गंदगी होने के कारण पानी ओवरफ्लो हो गया है।
तालाब की गंदगी ओवरफ्लो होने के कारण सड़कों पर जमा हो जाती है। इस कारण लोगों में बीमारी फैलने का डर बना रहता है। अब सरकार ने ग्रामीणों की समस्या को देखते हुए पायलट परियोजना के तहत इन तालाबों का काम शुरू करने का फैसला लेते हुए चयन किया है।
जल्द होगा काम शुरू : मुनीष
जिला परिषद के वाइस चेयरमैन मुनीष कडवाड़ ने बताया कि भाजपा सरकार समान विकास करवाने का काम कर रही है। फाइव पौंड योजना व अब पायलट परियोजना किसानों व आबादी में रह रहे ग्रामीणों के लिए वरदान साबित होगी। आज भी ग्रामीण इलाकों के तालाबों में ओवरफ्लो व गंदगी के अंबार लगने के कारण कई प्रकार की बीमारी फैलने की समस्या बनी रहती है। लोगों की परेशानी को देखते हुए तालाबों की बदहाली स्थिति को सुधारने का काम अब सरकार करेगी। पहले इन तीन गांव में जल्द ही काम शुरू हो जाएगा।