कालोनियों में खुले हैं मौत के कुएं, हो सकते हैं हादसे
शहर के अधिकतर कॉलोनियों में स्थित सीवरेज के मैनहोल खुले हैं। मैनहोल के खुला रहने के कारण यहां पर हादसों की संभावना अधिक बनी रहती है। रविवार को शहर में विभिन्न कॉलोनियों का दौरा कर यहां पर बनाए मैनहॉल को लेकर व्यवस्थाओं की जानकारी हासिल की गई।
जागरण संवाददाता, कैथल :
शहर के अधिकतर कॉलोनियों में स्थित सीवरेज के मैनहोल खुले हैं। मैनहोल के खुला रहने के कारण यहां पर हादसों की संभावना अधिक बनी रहती है। रविवार को शहर में विभिन्न कॉलोनियों का दौरा कर यहां पर बनाए मैनहॉल को लेकर व्यवस्थाओं की जानकारी हासिल की गई।
निरीक्षण के दौरान शहर के रेलवे गेट, शहीद भगत सिंह चौक, चंदाना गेट, छात्रावास रोड, सब्जी मंडी में बने सीवरेज के मैनहोल खुले हुए मिले, जिस पर ढक्कन नहीं लगाए गए थे और कई जगहों पर जाल टूट हुए मिले। इससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
सबसे पहले कबूतर चौक पर सब्जी मंडी में पहुंचे, यहां पर दो जगहों पर सीवरेज के ढक्कन नहीं थे। यहां पर दुकानदारों ने बताया कि कई बार संबंधित विभाग को इसकी जानकारी दी गई है, लेकिन इस समस्या का कोई समाधान नहीं किया गया। दुकानदार साहिल गर्ग ने बताया कि सीवरेज के ओवरफ्लो होने के बाद यहां गंदगी फैल जाती है और यहां पर पता भी नहीं चल पाता है कि सीवरेज है या नहीं, जिस कारण हादसा होते है।
बाक्स-सीवरेज पर रखे गए जाल भी टूटे
शहरवासी दुकानदार रामकुमार ने बताया कि यहां पर बनाए गए सीवरेज के ऊपर रखे गए जाल भी टूटे हुए, जिस कारण भारी वाहन आने पर जाम की स्थिति भी बनती है। इसके बाद रेलवे गेट पहुंचे यहां पर बाजार में जा रही गली में सीवरेज का मैनहोल टूटा हुआ था। गली में 100 मीटर की दूरी पर दो सीवरेज है, दोनों सीवरेज पर ही ढक्कन नहीं हैं।
बाक्स- सीवरेज पर नहीं है ढक्कन
रेलवे गेट के बाद रेलवे रोड पर जिला डाकघर से आगे बने सीवरेज भी टूटे हुए मिले। शहरवासी करोड़ी राम, विजय और कृष्ण ने बताया कि रात के समय यह सीवरेज दिखाई नहीं देता है और कई यात्री पैदल शहर की तरफ जाते हैं तो ढक्कन न होने के कारण इसमें गिरकर चोटिल होते हैं। इस पर संबंधित विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।
वर्जन : लिखित में दें शिकायत
जन स्वास्थ्य विभाग के एसई देवीलाल ने बताया कि शहर की किसी भी कालोनी में सीवरेज के ढक्कन या जाल से संबंधित शिकायत है, तो वे विभाग के कार्यालय में आकर लिखित में शिकायत दें। संज्ञान में आते ही समस्या को दूर किया जाएगा। -------------------