प्राचीन तीर्थो के कायाकल्प का कार्य : गोलन
पर्यटन निगम के चेयरमैन एवं हलका विधायक रणधीर गोलन ने कहा कि सरकार प्राचीन तीर्थों के जीर्णोद्धार के लिए जमीनी स्तर पर काम कर रही है। वे शनिवार को पूंडरीक तीर्थ का दौरा करने के दौरान पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
संवाद सहयोगी, पूंडरी : पर्यटन निगम के चेयरमैन एवं हलका विधायक रणधीर गोलन ने कहा कि सरकार प्राचीन तीर्थों के जीर्णोद्धार के लिए जमीनी स्तर पर काम कर रही है। वे शनिवार को पूंडरीक तीर्थ का दौरा करने के दौरान पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा वे स्वयं भी प्राचीन तीर्थों के कायाकल्प को लेकर प्रयासरत हैं। उनकी सोच है कि उनके हलके में कम से कम पूंडरीक तीर्थ और फल्गु तीर्थ का पूरा सुंदरीकरण हो सके। इस मामले को लेकर उन्होंने केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल से उनके कुरुक्षेत्र आगमन के दौरान भेंट की थी। केंद्रीय मंत्री को पूंडरीक तीर्थ व फरल स्थित फल्गु तीर्थ के बारे में जानकारी देते हुए कहा बताया था कि ये तीर्थ 48 कोस की परिधि के अंदर व केडीबी और उनके विभाग के अधीन आते हैं। उन्होंने सर्किट टू फेस में पूंडरीक तीर्थ के लिए पांच करोड़ तथा फल्गु तीर्थ के लिए सात से आठ करोड़ का प्रपोजल बनाकर केंद्र सरकार को भेजा है। मंजूरी मिलते ही अगले चार से पांच महीनों में इन तीर्थों के सुंदरीकरण पर काम शुरू हो जाएगा। इनके अलावा कौल, मोहना, बरोट, धेरडू, पबनावा, रसीना और बरसाना आदि गांवों में बने तीर्थों के लिए तो उन्होंने राशि भी मंजूर करवा दी और ये राशि मुख्यमंत्री कोष से मंजूर हुई है।
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मौके पर बुलाए अधिकारी
गोलन ने बताया कि उन्होंने सिचाई विभाग के एसई रवि मित्तल व कार्यकारी अभियंता बनारसी दास को पूंडरीक तीर्थ पर इसलिए बुलाया था कि वे उनसे ये चर्चा कर सकें कि पूंडरीक तीर्थ में खड़े गंदे पानी को कैसे बाहर निकलवा सके। इसमें नहरी पानी को कैसे डाला जा सके। इस मौके पर उनके साथ विभाग के अधिकारियों के साथ निजी सचिव संजीव गामड़ी भी मौजूद थे।