कालेजों में दूसरे दिन भी जारी रहा फीस जमा करवाने का कार्य
दाखिला प्रक्रिया के तहत दूसरी मेरिट लिस्ट में शामिल विद्यार्थियों ने शुक्रवार को दूसरे दिन भी फीस जमा करवाई। दूसरी मेरिट लिस्ट के अनुसार फीस जमा करवाने का शनिवार को अंतिम दिन रहेगा।
जागरण संवाददाता, कैथल : दाखिला प्रक्रिया के तहत दूसरी मेरिट लिस्ट में शामिल विद्यार्थियों ने शुक्रवार को दूसरे दिन भी फीस जमा करवाई। दूसरी मेरिट लिस्ट के अनुसार फीस जमा करवाने का शनिवार को अंतिम दिन रहेगा। आरकेएसडी पीजी कालेज में दो दिनों में अब तक कुल 775 विद्यार्थियों ने फीस जमा करवा ली है। कालेज के प्राचार्य डा. संजय गोयल ने बताया कि यूजी कक्षा के प्रथम वर्ष में दाखिला प्रक्रिया के तहत आनलाइन एवं आफलाइन माध्यम से फीस भरी जा रही है।
इस कोर्स में हुए इतने दाखिले
बीए एडिड 399
बीएससी नान-मेडिकल एडिड 72
सेल्फ फाइनेंस 36
बीकाम एडिड 120
सेल्फ फाइनेंस 39
बीएससी मेडिकल एडिड 33
सेल्फ फाइनेंस 03
बीसीए सेल्फ फाइनेंस 43
बीबीए सेल्फ फाइनेंस 29
बीकाम वोकेशनल 01
सांध्यकालीन सत्र में पहले दिन 186 विद्यार्थियों ने फीस जमा करवाई।
बीए 114
बीकाम 34
बीकाम आनर्स 33
बीकाम टैक्स 05 आइटीआइ में भी दाखिले के लिए जारी है आवेदन प्रक्रिया, इलेक्ट्रिशियन और कोपा बना पहली पसंद
- जिले में 10 दिनों में आए कुल 5142 आवेदन
जागरण संवाददाता, कैथल : आइटीआइ में दाखिले के लिए आवेदन प्रक्रिया जारी है। इस प्रक्रिया के तहत विद्यार्थियों में काफी उत्साह है। आइटीआइ में आवेदन करने के लिए छह दिन का समय शेष रह गया है। जैसे ही आवेदन करने की अंतिम तिथि नजदीक आ रही है। वैसे ही आइटीआइ में परिसर में दाखिले के लिए आवेदन करने वाले विद्यार्थियों की संख्या बढ़ रही है। इस बार आइटीआइ में इलेक्ट्रिशियन और कोपा का कोर्स पहली पसंद बना है। जिसके तहत जिले में अब तक कुल 5142 आवेदन आ चुके हैं। जबकि राजकीय आइटीआइ, कैथल में कुल 3848 आवेदन आ चुके हैं।
राजकीय आइटीआइ में मुख्य कोर्सो में आवेदनों की यह है स्थिति
कोर्स आवेदन
इलेक्ट्रिशियन 715
कोपा 625
वायरमैन 705
फायरमैन 447
फीटर 356
वेल्डर 299
स्टेनो हिदी 243
स्टेनो अंग्रेजी 227
पलंबर 231
आइटीआइ में दाखिले के लिए आनलाइन माध्यम से आवेदन प्रक्रिया जारी है। यह आवेदन प्रक्रिया 30 सितंबर तक जारी रहेगा। जिसके बाद दाखिले के लिए मेरिट लिस्ट का शेड्यूल जारी होगी। आइटीआइ में दाखिले के लिए विद्यार्थियों में काफी अधिक रुझान है।
- सतीश मच्छाल, नोडल अधिकारी, आइटीआइ, कैथल।