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तप रहा सूरज, पाताल गया पानी, जीना मुहाल

वार्ड नंबर 16 में अमरगढ़ गामड़ी में गर्मी शुरु होते ही पानी की किल्लत भी शुरु हो गई। कॉलोनी में पिछले करीब 20 दिनों से या तो पानी ही नहीं आ रहा है या फिर आधी रात को आता है। उसका भी कोई समय निर्धारित नहीं है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 21 Apr 2019 08:20 AM (IST)Updated: Sun, 21 Apr 2019 08:20 AM (IST)
तप रहा सूरज, पाताल गया पानी, जीना मुहाल
तप रहा सूरज, पाताल गया पानी, जीना मुहाल

जागरण संवाददाता, कैथल : वार्ड नंबर 16 में अमरगढ़ गामड़ी में गर्मी शुरु होते ही पानी की किल्लत भी शुरु हो गई। कॉलोनी में पिछले करीब 20 दिनों से या तो पानी ही नहीं आ रहा है या फिर आधी रात को आता है। उसका भी कोई समय निर्धारित नहीं है। इतना ही नहीं जो पानी आता है वह इतना गंदा है कि उसका इस्तेमाल पीना तो दूर कपड़े धोने, नहाने व अन्य जरूरतों के लिए भी नहीं हो सकता है। पानी एक बार छत पर रखी टंकी में चला जाए तो टंकी को कई बार साफ करना पड़ता है। महिलाओं का आरोप है कि यहां तो सर्दियों में भी पानी की किल्लत रहती है, लेकिन गर्मियों में यह किल्लत और बढ़ गई है। वहीं नगर परिषद चेयरपर्सन व वार्ड की पार्षद सीमा कश्यप का कहना है कि उनके पास कोई शिकायत नहीं आई है। शिकायत आएगी तो वे लोगों के साथ अधिकारियों से मिलकर समस्या का समाधान करवाएंगी। बॉक्स

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पीने के पानी के लिए हर महीने देते हैं 150 से 300 रुपये

- विभाग को पानी का बिल देने के साथ ही कॉलोनी के लोग 150 से 300 रुपये फिल्टर पानी के लिए देते हैं। यहां से इतने रुपये देने के बाद हर रोज 20 लीटर पानी मिलता है। जिसको पीने के साथ ही खाना बनाने में भी इस्तेमाल किया जा रहा है। ये कॉलोनी से कुछ दूरी पर है और पानी के लिए यहां पर महिलाओं की भीड़ लगी रहती है। बॉक्स

महिला शोभा गंदे पानी से भरे गिलास को दिखाते हुए कहती है कि विभाग यही पानी उन्हें पीने के लिए देता है। यह भी समय पर नहीं दिया जाता है और इतना साफ भी अभी दो दिन पहले ही आया है। बॉक्स

महिला नन्ही गंदे पानी से भरी बोतल को दिखाते हुए कहती हैं कि इस पानी को विभाग के अधिकारी पीना तो दूर कपड़े भी धोकर दिखा दें तो वे शिकायत नहीं करेंगे, लेकिन विभाग के अधिकारी यहां आएं तभी तो। शिकायतों के बाद भी कोई सुध नहीं ले रहा है। बॉक्स

महिला कमला का कहना है कि पड़ोसी का भला हो जो घंटों सबमर्सीबल चलाकर पूरी गली के लोगों को पानी पिलाकर सेवा का कार्य कर रहा है। अगर यह सबमर्सीबल ना होता तो पूरी गली के लोग प्यासे ही मर जाते। बॉक्स

महिला गुरमीत ने कहना है कि पूरी कॉलोनी के आस पास सिर्फ बीमारियां ही मुफ्त में मिलती हैं। अन्य सारे काम तो पैसे से ही होते हैं। बाहर सड़क पर गंदगी के ढेर लगे रहते हैं। बेसहारा पशुओं की भरमार है। यही हाल साथ लगती रेलवे लाइन का है। बॉक्स

महिला नीरू ने बताया कि जब से वे लोग यहां रहते हैं यहां कभी पीने को साफ पानी नहीं मिला है। बाहर मुख्य सड़क पर नई पाइपलाइन भी डाली गई थी, लेकिन उसके बाद भी समस्या का निदान नहीं हुआ। वर्जन

कुछ कच्चे कनेक्शन की वजह से पूरी कॉलोनी में गंदे पानी की सप्लाई हो रही है। इन कनेक्शनों को ढूंढा जा रहा है और ठीक किया जा रहा है। पाइपलाइन भी बदली गई थी, लेकिन कुछ क्षेत्र में अभी भी पुरानी पाइपलाइन है और सभी घरों में सुरक्षित कनेक्शन नहीं होने से भी यह समस्या आती है।

- वीके गुप्ता, एक्सईएन जन स्वास्थ्य विभाग।

------------ सैनी मोहल्ला में एक महा से नहीं पहुंचा पानी

फोटो नंबर : 08

संस, सीवन : वार्ड नंबर 12 सैनी मोहल्ले में पिछले एक महीेने से पीने के लिए पानी नहीं पहुंचा है। कॉलोनी के लोग दूसरों के खेतों से जरूरत के लिए पानी भरकर लाते हैं। सोहन लाल सैनी, गुरमेल सैनी, रामसरूप, नत्था राम, राम कुमार, सुरेश कुमार, मेहर सिंह, कृष्ण सैनी, बलराम सैनी, पाला राम सैनी, सन्नी सैनी ने बताया कि वे विभाग के जेई के साथ ही पंचायत को भी कई बार शिकायत कर चुके हैं, लेकिन उनकी समस्या की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। गर्मी में पानी की जरूरत बढ़ गई है, लेकिन इस बात की किसी को चिता ही नहीं है। विभाग के जेई हरि सिंह ने बताया कि पेयजल किल्लत की शिकायत मिली थी। समाधान के लिए रणमोचन कॉलोनी नलकूप लग चुका है। जल्द ही चालू कर मोहल्ले में स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी।


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