मानदेय में वृद्धि के लिए गरजीं मिड-डे मील वर्कर्स
मिड-डे मील वर्कर्स यूनियन ने अपने मांगों को लेकर शहर में प्रदर्शन किया व सीएम के नाम ज्ञापन डीआरओ को सौंपा। प्रदर्शन की अगुवाई जिला प्रधान सरोजबाला रोहेड़ा ने की। इससे पूर्व यूनियन से जुड़ी महिलाएं जवाहर पार्क में इकट्ठा हुईं और वहां से नारेबाजी करती हुई लघु सचिवालय पहुंची। जिला प्रधान रोहेड़ा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने 11 सितंबर 2018 को आशा वर्कर्स व आंगनवाड़ी वर्कर्स के मानदेय में बढ़ोतरी की घोषणा की है, लेकिन मिड-डे मील वर्कर्स के लिए कोई घोषणा नहीं की। यूनियन में ज्यादातर महिलाएं सामाजिक रूप से पिछड़े वर्ग से संबंधित हैं।
जागरण संवाददाता, कैथल :
मिड-डे मील वर्कर्स यूनियन ने अपने मांगों को लेकर शहर में प्रदर्शन किया व सीएम के नाम ज्ञापन डीआरओ को सौंपा। प्रदर्शन की अगुवाई जिला प्रधान सरोजबाला रोहेड़ा ने की। इससे पूर्व यूनियन से जुड़ी महिलाएं जवाहर पार्क में इकट्ठा हुईं और वहां से नारेबाजी करती हुई लघु सचिवालय पहुंची।
जिला प्रधान रोहेड़ा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने 11 सितंबर 2018 को आशा वर्कर्स व आंगनवाड़ी वर्कर्स के मानदेय में बढ़ोतरी की घोषणा की है, लेकिन मिड-डे मील वर्कर्स के लिए कोई घोषणा नहीं की। यूनियन में ज्यादातर महिलाएं सामाजिक रूप से पिछड़े वर्ग से संबंधित हैं। केंद्र सरकार की ओर से उनके मानदेय में बढ़ोतरी नहीं करने पर यूनियन में रोष है। मिड-डे मील यूनियन ने 19 नवंबर को संसद मार्च भी किया और मांगों का ज्ञापन वित्त मंत्री अरुण जेटली को सौंपकर बातचीत की, लेकिन इसके बाद में उसे अनदेखा कर दिया गया। प्रधान ने कहा कि अब उन्होंने अपना संघर्ष तेज करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि अगर जल्द ही मानदेय में बढ़ोतरी नहीं की गई तो आठ और नौ जनवरी को हड़ताल कर वर्कर्स विरोध जताएंगी।
रिटायर कर्मचारी संघ के जिला सचिव जयप्रकाश शास्त्री और सीटू के जिला सचिव अशोक शर्मा, जनवादी महिला समिति की जिला सचिव शर्मिला पिलखन, प्रेमचंद और एसएफआई के जिला सचिव गोलू बात्ता ने भी यूनियन की मांगों का समर्थन किया। इस अवसर पर ऋतु, सुरेशो देवी, कविता मुंदड़ी, राजो व बाला देवी मौजूद थी।